कृषि में कमाल करने वाले भारत के 10 राज्य

भारत एक कृषि प्रधान देश हैं और यहां की आधी से ज्यादा आबादी कृषि पर ही निर्भर है। पिछले कुछ सालों में एक तरफ जहां बड़ी तादाद में किसानों का खेती-किसानी से मोह भंग हुआ है

भारत एक कृषि प्रधान देश हैं और यहां की आधी से ज्यादा आबादी कृषि पर ही निर्भर है। पिछले कुछ सालों में एक तरफ जहां बड़ी तादाद में किसानों का खेती-किसानी से मोह भंग हुआ है, तो दूसरी तरफ वो तादाद भी कम नहीं, जब पढ़े-लिखे युवाओं का रुझान इस तरफ बढ़ा है। कई नौजवान शहरों में नौकरी छोड़कर गांव लौट रहे, और पारंपरिक खेती से हट कर इस तरह की खेती कर रहे जो उन्हें ज्यादा मुनाफा दिला रही है। आज हम आपको भारत को 10 वो राज्य बताते हेैं, जो फिलहाल खेती में कमाल कर रहे हैं।

  1. उत्तर प्रदेश

यहां धान और गेहूं की सबसे ज्यादा खेती होती है। 2023-24 में उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा अनाज उत्पादन करने वाला राज्य बन गया। उत्तर प्रदेश गेहूं, गन्ना, चावल, बाजरा, जौ और दालों का उत्पादन प्रमुख रूप से होता है। वित्त वर्ष 2023-24 में उत्तर प्रदेश ने 151.98 लाख टन धान का उत्पादन किया। उत्तर प्रदेश में देश की कुल 11% खेती लायक ज़मीन है, जबकि उत्पादन में हिस्सेदारी 20% के करीब है

2. पश्चिम बंगाल

पश्चिम बंगाल देश का दूसरा सबसे बड़ा कृषि उत्पादक राज्य है। यहां बड़ी तादाद में चावल, जूट तिल, तंबाकू और चाय की खेती होती है। पूरे देश के चावल के उत्पदान में पश्चिम बंगाल की हिस्सेदारी करीब 13.62% हैं। जबकि करीब 280 मिलियन किलो चाय की पत्ती का उत्पादन होता है। असम के बाद पश्चिम बंगाल दूसरा सबसे बड़ा चाय उत्पादक राज्य है।

3. पंजाब

पूरे देश में पजाब का नंबर कृषि उत्पादन में तीसरे नंबर पर आता है। चावल, गेहूं, गन्ना, कपास यहां की प्रमुख फसल है। पंजाब ना सिर्फ गेहूं, बल्कि धान का भी बड़ा उत्पादक है। पंजाब देश से सबसे संचित राज्यों में से एक है। देश में कुल गेहूं उत्पदान का करीब 15% सिर्फ पंजाब में होता है।

4. हरियाणा

हरियाणा में भी कृषि प्रधान राज्य है। देश के अनाज उत्पादन में बड़ी हिस्सेदारी है। गेहूं, धान, सूरजमुखी, गन्ना यहां की प्रमुख फसल है। हरियाणा सूरजमुखी का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। हरियाणा की लगभग दो तिहाई आबादी खेती पर ही निर्भर है, और यहां करीब 80 लाख एकड़ में खेती की जाती है।

5. गुजरात

गुजरात को लोग Business Hub के नाम से जानते हैं, लेकिन खेती में भी इस राज्य का अहम योगदान है। कपास, मूंगफली, तंबाकू, जीरा, तिल की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है।

6. मध्यप्रदेश

मध्यप्रदेश का देश के कृषि उत्पदान में बहुत अहम योगदान है। मध्यप्रदेश में गेहूं, मक्का, अरहर, उड़द, सोयाबीन की खेती की जाती है। मध्यप्रदेश गेहूं और मक्के का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। आंकड़ों के मुताबिक 2023 में मध्यप्रदेश में 152.05 लाख हेक्टेयर पर खेती की गई। देश के दाल उत्पादन में मध्यप्रदेश की हिस्सेदारी 32% और तिलहन की उत्पादन में हिस्सेदारी 22% है।

7. आंध्र प्रदेश

चावल, आंध्र प्रदेश की मुख्य फसल और भोजन दोनों है, जो कुल खाद्यान का करीब 77 फीसदी योगदान देता है। राज्य में बाजरा, ज्वार, मक्का, छोटा बाजरा, रागी, दालें, तंबाकू, आरंडी, कपास और गन्ने की भी खेती की जाती है। आंध्र प्रदेश बाजरा का सबसे बड़ा उत्पादन करने वाला राज्य है।

8. कर्नाटक

कृषि का कर्नाटक की अर्थव्यवस्था में अहम योगदान है। कर्नाटक में खरीफ की फसल जैसे धान, मक्का, बाजरा, मूंग दाल, लाल मिर्च, कपास, गन्ना चावल, सोयाबीन और हल्दी का उत्पादन होता है। इसे शरद ऋतु की फसल भी कहा जाता है, क्योंकि जुलाई महीने में बारिश की शुरुआत के साथ ही इसकी खेती की जाती है। साल 2023-24 में कर्नाटक की 70.59 लाख हेक्टेयर भूमि पर खेती हुई। जबकि इस राज्य का कुल उत्पादन 112.32 लाख टन रहा।

9. छत्तीसगढ़

    छत्तीसगढ़ को मध्य भारत का चावल का कटोरा कहा जाता है। छत्तीसगढ़ में चावल पूरे क्षेत्र में 77 फीसदी हिस्से में बोया जाता है। 2023 में राज्य में कुल फसल उत्पादन क्षेत्र लगभग 785 हजार हेक्टेयर था।

    10. ओडिशा

    ओडिशा कृषि प्रधान प्रदेश है। प्रदेश की 60% से ज्यादा आबादी खेती-किसानी पर निर्भर है। कृषि क्षेत्र लगभग 87.46 लाख हेक्टेयर है, जिसमें 18.79 लाख हेक्टेयर सिंचत क्षेत्र है। जलवायु और मिट्टी इसकी कृषि अर्थव्यवस्था में अहम रोल निभाते हैं।

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