केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बिहार के मखाना फेस्टिवल में कहा कि मखाना उत्पादन बढ़ाने और लागत घटाने की जरूरत है। उन्होंने विश्वास जताया कि बिहार में फिर से एनडीए सरकार बनेगी। हाल ही में पीएम मोदी ने नेशनल मखाना बोर्ड की शुरुआत की, जिससे बिहार जो देश के 90% मखाना का उत्पादन करता है। इसको बड़ा फायदा मिलेगा।
पटना: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को बिहार पहुंचे, जहां उन्होंने मखाना फेस्टिवल में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बिहार और देश में मखाना उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ इसकी उत्पादन लागत घटाना भी जरूरी है।
“एनडीए सरकार फिर बनेगी बिहार में”
मीडिया से बात करते हुए चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में विकास की गंगा बह रही है। इस बार फिर से एनडीए की सरकार रिकॉर्ड बहुमत से बनेगी। उन्होंने कहा कि मखाना बिहार की पहचान है और इसकी खेती से किसानों की आय बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार लगातार कदम उठा रही है।
प्रधानमंत्री ने किया था नेशनल मखाना बोर्ड का शुभारंभ
हाल ही में 15 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में नेशनल मखाना बोर्ड की शुरुआत की थी।
इस बोर्ड का उद्देश्य है—
- मखाना उत्पादन और तकनीक को बढ़ावा देना
- वैल्यू एडिशन और प्रोसेसिंग को मजबूत करना
- बाजार और निर्यात के अवसर बढ़ाना
- इससे बिहार के मखाना किसानों को सीधा लाभ मिलेगा।
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बिहार देश का मखाना हब
बिहार देश के कुल 90% मखाना उत्पादन के लिए जिम्मेदार है।राज्य के प्रमुख जिले मधुबनी, दरभंगा, सीतामढ़ी, सहरसा, कटिहार, पूर्णिया, सुपौल, किशनगंज और अररिया मखाना उत्पादन के प्रमुख केंद्र हैं, जहां की मिट्टी और जलवायु मखाना खेती के लिए अनुकूल है।
वैश्विक पहचान की ओर बिहार का मखाना
नेशनल मखाना बोर्ड की स्थापना से बिहार को वैश्विक स्तर पर मखाना उद्योग में नई पहचान मिलेगी और किसानों की आमदनी में वृद्धि होगी।
ये देखें –
पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।