15 अक्टूबर को केंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने किसानों के लिए समर्पित ‘शेतकरी समृद्धि’ ट्रेन का शुभारंभ किया। ये ट्रेन महाराष्ट्र के देवलाली से बिहार के दानापुर तक चलेगी। इसके जरिये किसान मात्र ₹4 प्रति किलो की दर से अपनी उपज को देवलाली और नासिक जैसे इलाकों से बिहार तक भेज सकेंगे।
महाराष्ट्र के किसानों के लिए खुशखबरी। अब राज्य के किसानों को अपनी फसल को बेचने में कठिनाई नहीं होगी। किसान चाहें तो अपनी फसल को राज्य से बाहर दूसरे राज्यों में भी आसानी से बेच सकते है। खासकर वो भी उत्पाद जो ज़्यादा समय तक रखा नहीं जा सकता जैसे फल और सब्ज़ियाँ। इसके लिए 15 अक्टूबर को महाराष्ट्र के देवलाली रेलवे स्टेशन पर आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने किसानों के लिए समर्पित ‘शेतकरी समृद्धि’ ट्रेन को हरी झंडी दिखायी।
यह ट्रेन महाराष्ट्र के देवलाली रेलवे स्टेशन से होकर नासिक, मनमाड़, जलगांव, भुसावल, इटारसी, जबलपुर, सतना, और दीनदयाल उपाध्याय सहित कई प्रमुख स्टेशनों पर रुकते हुए बिहार के दानापुर तक जाएगी। इसके जरिए महाराष्ट्र के कृषि उत्पादों को दूसरे राज्यों के बाजारों में पहुंचाना आसान हो जाएगा। इससे किसानों को उनके उत्पाद का सही समय पर सही दाम मिल सकेगा और उनके जीवन स्तर में सुधार आएगा।
किसानों और मजदूरों की यात्रा होगी आसान
इस ट्रेन में छोटे और बड़े किसानों के लिए पार्सल वैन के साथ-साथ साधारण श्रेणी के कोच भी लगाए गए हैं, जिससे किसान और श्रमिक दोनों को सफर की सुविधा मिलेगी। देवलाली से दानापुर तक की 1,515 किमी लंबी दूरी पर भाड़ा प्रति किलोमीटर, प्रति किलोग्राम मात्र 28 पैसे से भी कम होगा, जिससे जल्दी खराब होने वाले उत्पादों का कम लागत पर परिवहन संभव होगा। रेल मंत्री ने कहा कि किसान केवल 4 रुपये प्रति किलो की दर से अपनी उपज को देवलाली और नासिक जैसे इलाकों से बिहार तक भेज सकेंगे। यह गाड़ी न केवल किसानों को नए बाजार उपलब्ध कराएगी बल्कि श्रमिकों को भी सस्ती और सुविधाजनक यात्रा का साधन प्रदान करेगी, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार होगा।
अमृत स्टेशन के रूप में किया जा रहा महाराष्ट्र के 132 रेलवे स्टेशनों का विकास
श्री वैष्णव ने अपने संबोधन में कहा कि महाराष्ट्र के किसानों के लिए यह एक नई पहल है, जो उन्हें उनकी फसलों के लिए बाजार में सही कीमत प्राप्त करने में मदद करेगी। उन्होंने बताया कि यह ट्रेन किसानों के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू की गई है, जिसके सफल होने पर आगे भी ऐसे और किसान हितैषी रेलगाड़ियों की शुरुआत की जाएगी। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में रेलवे के विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक व्यापक दृष्टिकोण अपनाया गया है।
बढ़ाया गया महाराष्ट्र का रेल बजट
मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि 2014 से पहले, महाराष्ट्र को प्रतिवर्ष रेलवे विकास के लिए मात्र 1,171 करोड़ रुपये का आवंटन मिलता था, जबकि इस वर्ष यह बजट बढ़ाकर 15,940 करोड़ रुपये कर दिया गया है। वर्तमान में राज्य में 5,870 किलोमीटर नई रेल लाइन बिछाने के 41 प्रोजेक्ट्स स्वीकृत हैं, जिन पर कुल 81,000 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है। इसके अलावा, महाराष्ट्र के 132 रेलवे स्टेशनों का विकास अमृत स्टेशन के रूप में किया जा रहा है, और 318 फ्लाईओवर तथा रोड अंडर ब्रिज का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
मुंबई से 11 वंदे भारत एक्सप्रेस की स्वीकृत
इसके अलावा, श्री वैष्णव ने महाराष्ट्र में रेलवे परियोजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि मुंबई से विभिन्न स्टेशनों के लिए 11 वंदे भारत एक्सप्रेस स्वीकृत हैं, जिनमें से 6 ट्रेनें वर्तमान में चल रही हैं। उन्होंने बुलेट ट्रेन परियोजना पर भी जानकारी दी, जिसके अंतर्गत महाराष्ट्र, गुजरात, और केंद्र शासित प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली से गुजरने वाली इस परियोजना के लिए अब तक 350 किलोमीटर पियर फाउंडेशन, 316 किलोमीटर पियर निर्माण, और 221 किलोमीटर गर्डर कास्टिंग का कार्य पूरा हो चुका है। बुलेट ट्रेन परियोजना में समुद्र के नीचे 7 किलोमीटर की सुरंग भी शामिल है, जो भारतीय रेल के आधुनिक और प्रगतिशील दृष्टिकोण को दर्शाता है।
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