असमान बारिश के बाद फसल की कीमतों में आपूर्ति संबंधी झटके के लिए रहें तैयार: ICICI Bank

असमान बारिश

आईसीआईसीआई बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार, पूरे भारत में असमान बारिश से निकट भविष्य में फसल की कीमतों में आपूर्ति संबंधी झटका लगने की आशंका है। कुछ राज्यों में जहाँ अत्यधिक वर्षा देखने को मिल रही है, वहीं अन्य राज्यों में भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है, जिससे कम वर्षा वाले क्षेत्रों में फसलों को नुकसान पहुँच सकता है। इसके बावजूद, कुल मिलाकर खरीफ की बुवाई में सकारात्मक वृद्धि देखी जा रही है, लेकिन क्षेत्रीय असमानताओं के कारण कीमतों पर दबाव पड़ सकता है।

आईसीआईसीआई बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार, देश के विभिन्न राज्यों में असमान बारिश से प्रमुख फसलों की कीमतों में निकट भविष्य में आपूर्ति संबंधी झटका लगने का संकेत मिल है। रिपोर्ट में इस बात पर जोर दिया गया है कि कुछ क्षेत्रों में, जहाँ बारिश कम हुई है, फसलों को हुए नुकसान से कीमतों पर दबाव बढ़ सकता है।रिपोर्ट में कहा गया है कि बारिश वितरण में अंतर का अर्थ है कि फसल क्षति के कारण प्रभावित क्षेत्रों में उत्पादित प्रमुख फसलों की कीमतों में निकट भविष्य में आपूर्ति में झटका लगेगा।

इन राज्यों में सामान्य से अधिक हुई बारिश
रिपोर्ट के अनुसार, कई राज्यों में सामान्य से अधिक बारिश हुई है। राजस्थान में दीर्घावधि औसत (LPA) से 118 प्रतिशत अधिक, मध्य प्रदेश में LPA से 57 प्रतिशत अधिक, गुजरात में LPA से 48 प्रतिशत अधिक और हरियाणा में LPA से 24 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई। इसके विपरीत, कर्नाटक (LPA से 8 प्रतिशत अधिक), पश्चिम बंगाल (LPA से 4 प्रतिशत अधिक) और छत्तीसगढ़ (LPA से 3 प्रतिशत अधिक) में सामान्य बारिश हुई है।

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इन राज्यों में सामान्य से कम हुई बारिश
वहीं दूसरी ओर, बिहार (LPA से 42 प्रतिशत कम), तेलंगाना (LPA से 22 प्रतिशत कम), आंध्र प्रदेश (LPA से 15 प्रतिशत कम), तमिलनाडु (LPA से 6 प्रतिशत कम), महाराष्ट्र (LPA से 3 प्रतिशत कम), पंजाब (LPA से 2 प्रतिशत कम) और उत्तर प्रदेश (LPA से 2 प्रतिशत कम) जैसे प्रमुख कृषि राज्यों में सामान्य से कम बारिश हुई है।

खरीफ की बुवाई में सकारात्मक वृद्धि
असमान बारिश के बावजूद, रिपोर्ट में बताया गया है कि खरीफ की बुवाई में सकारात्मक वृद्धि देखी गई है। 109.7 मिलियन हेक्टेयर के सामान्य बुवाई लक्ष्य में से, 70.8 मिलियन हेक्टेयर में बुवाई हो चुकी है, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में 68.0 मिलियन हेक्टेयर में बुवाई हुई थी। अकेले पिछले सप्ताह, बुवाई का क्षेत्रफल 59.8 मिलियन हेक्टेयर था।

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Pooja Rai

पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।

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