अब कपास बेचना हुआ आसान, डिजिटल ऐप से किसानों को मिलेगा सीधा फायदा

डिजिटल ऐप से किसानों को मिलेगा सीधा फायदा

इस साल से कपास किसानों के लिए बिक्री आसान हो गई है। कपास किसान ऐप से किसान समय स्लॉट बुक कर सीधे खरीद केंद्र पर बिना कतार लगे कपास बेच सकते हैं। MSP मध्यम किस्म के लिए ₹7,710 और लंबी किस्म के लिए ₹8,110 है। 2025-26 में कपास की खेती का क्षेत्र 79.54 लाख हेक्टेयर पहुंचा है, और खरीद प्रक्रिया अक्टूबर में शुरू हो गई है।

इस साल से भारत के कपास किसानों के लिए खरीद प्रक्रिया और भी आसान हो गई है। कपास किसान ऐप के जरिए किसान अपनी उपज बेचने के लिए समय स्लॉट बुक कर सकते हैं और तय दिन सीधे खरीद केंद्र पर जाकर बिना लंबी कतार में लगे कपास बेच सकते हैं। इस ऐप को कॉटन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (CCI) ने तैयार किया है और यह अब कपास की खरीद का मुख्य माध्यम बन गया है।
किसान ऐप पर अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं और इसके लिए उन्हें अपने कपास की खेती का क्षेत्रफल और आधार कार्ड जैसी जानकारी अपलोड करनी होगी। किसान ऐप के जरिए अपने भुगतान की स्थिति भी देख सकते हैं, और उनकी जानकारी राज्य सरकार द्वारा सत्यापित की जाएगी, जिससे प्रक्रिया और पारदर्शी हो जाती है।

MSP और खरीद प्रक्रिया
पिछले साल CCI ने 5.05 करोड़ क्विंटल कपास खरीदी थी, जिसमें ₹37,500 करोड़ खर्च हुए थे। इस साल मध्यम किस्म की कपास का MSP ₹7,710 और लंबी किस्म का ₹8,110 रखा गया है। CCI का उद्देश्य है कि जितनी भी कपास खरीद केंद्र पर आए, उसे खरीदा जाए। इस साल खरीद प्रक्रिया को और बेहतर बनाने के लिए खरीद केंद्रों की संख्या बढ़ाकर 550 कर दी गई है, और हर केंद्र पर कम से कम 3,000 हेक्टेयर क्षेत्र और गिनिंग मिल होना अनिवार्य किया गया है।

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कपास की खेती का क्षेत्र और कीमत
2025-26 में भारत में कपास की खेती का क्षेत्र 79.54 लाख हेक्टेयर पहुंच गया, जिसमें महाराष्ट्र 30.79 लाख हेक्टेयर के साथ सबसे आगे है, उसके बाद गुजरात, तेलंगाना, राजस्थान और कर्नाटक का क्रम है। बाजारों में कपास की कीमत सितंबर 2025 में ₹6,800 से ₹7,200 प्रति क्विंटल के बीच रही।

खरीदारी का शेड्यूल
उत्तर भारत में खरीद 1 अक्टूबर से, केंद्रीय भारत में 15 अक्टूबर से और दक्षिण भारत में 21 अक्टूबर से शुरू हो गई है। इस नई डिजिटल व्यवस्था के जरिए कपास किसानों के लिए बिक्री प्रक्रिया अब सरल, तेज और पारदर्शी हो गई है।

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Pooja Rai

पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।

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