MSP गारंटी क़ानून समेत अपने कुछ अन्य माँगों को लेकर किसान पिछले 13 महीने से आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन अभी तक किसानों की मांगों पर कोई सुनवाई नहीं हुई है। इसके विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक और किसान मजदूर मोर्चा के नेतृत्व में हजारों की संख्या में किसान पंजाब के खनौरी और शंभू बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के आमरण अनशन के 54 दिन हो चुके हैं। लेकिन अब खबर है कि कल रात यानी 18 जनवरी 2025 को केंद्र सरकार के कृषि मंत्रालय की तरफ़ से पत्र लिखकर किसान नेताओं को मीटिंग के लिए बुलाया गया है। ख़ासकर यह पत्र आमरण अनशन कर रहे जगजीत सिंह डल्लेवाल और किसान मज़दूर मोर्चा के सरवन सिंह पंधेर को लिखी गई है। खबर ये भी है कि किसान नेताओं ने बैठक के लिए सहमति दे दी है।
पत्र में लिखा गया है कि सरकार किसानों के मुद्दों पर बैठ के चर्चा करना चाहती है। यह मीटिंग 14 फ़रवरी, 2025 को चंडीगढ़ में होनी है।इस मीटिंग में कृषि मंत्रालय (केंद्र सरकार), पंजाब सरकार और किसान नेता शामिल होंगे। आपको बता दें कि इससे पहले किसान आंदोलन को लेकर 15 फरवरी 2024 को चंडीगढ़ में ही बैठक हुई थी।
पत्र में लिखा गया है कि सरकार को आशा है कि किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल अपने आमरण अनशन को समाप्त कर बैठक में शामिल होंगे।
आपको बता दें कि किसान 13 फरवरी 2024 से किसान पंजाब-हरियाणा की सीमाओं पर अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक और किसान मजदूर मोर्चा के नेतृत्व में किसानों के कई जत्थों ने दिसंबर में दिल्ली कूच की कोशिश की, लेकिन उन्हें पुलिस और प्रशासन ने दिल्ली आने से रोक दिया है। किसानों की मांगें नहीं माने जाने पर नाराज किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल 54 दिनों से आमरण अनशन पर हैं।

ये देखें –