स्ट्रॉबेरी की खेती, एक एकड़ से 8-10 लाख रुपये की कमाई

भारत में स्ट्रॉबेरी की खेती भले ही अभी बड़े पैमाने पर ना की जाती हो, लेकिन ये अच्छा मुनाफा देने वाला फल है।

भारत में स्ट्रॉबेरी की खेती भले ही अभी बड़े पैमाने पर ना की जाती हो, लेकिन ये अच्छा मुनाफा देने वाला फल है। इसी वजह से पिछले कुछ सालों में किसानों का रुझान स्ट्रॉबेरी की खेती की तरफ बढ़ा है। हमारे देश में स्ट्रॉबेरी की खेती प्रमुखता से कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, हरियाणा, झारखंड, राजस्थान में की जाती है। लखनऊ के कासिमपुर में रहने वाले किसान आलोक उन चुनिंदा किसानों में से एक हैं जो स्टरॉबेरी की खेती कर रहे हैं, और वो इससे अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं। आलोक ने न्यूज़ पोटली के बताया कि वो एक एकड़ से 8-10 लाख रुपये तक की कमाई कर लेते हैं।

ये भी पढ़ें- UP सरकार ने गूगल के साथ मिलकर लॉन्च किया ओपन नेटवर्क, किसानों को मिलेगी खेती से जुड़ी जानकारी

आलोक सिंह 2016 से स्ट्रॉबेरी की खेती कर रहे हैं। उनके पास 5 एकड़ जमीन है, और 12 एकड़ जमीन किराए पर लेकर खेती करते हैं। वो एक एकड़ में स्ट्रॉबेरी की खेती करते हैं, और बाकी के हिस्से में अलग-अलग सब्जियां उगाते हैं। आलोक बताते हैं कि वो अपने खेत में हर मौसम की सब्जियां उगाते हैं, जैसे कि टमाटर, ब्रॉकली, रेड कैबेज, लेट्यूस और बींस। हर मौसम की सब्जियां उगाने से उन्हें ये फायदा मिलता है कि, साल के 12 महीने किसी ना किसी सब्जी से पैसे आते रहते हैं।

कैसे करें बुवाई?
स्ट्रॉबेरी की खेती करने वाले किसानों को आलोक सलाह देते हैं कि, इसमें सबसे पहले और सबसे ज्यादा पौधों की गुणवत्ता का ध्यान रखना चाहिए। उनके खेत में जो स्ट्रॉबेरी के पौधे लगाए गए हैं, वो फिलहाल हिमाचल प्रदेश में तैयार किए गए हैं। आलोक सिंह के मुताबिक स्ट्रॉबेरी का पौधा लगाने का सही समय सितंबर है, और इसके लिए तैयारी जून से शुरू कर देनी चाहिए। 6 एकड़ गोबर की खाद डालनी चाहिए। इसके बाद ढेंचा की बुआई करना चाहिए। ढेंचा को 35 या 40 दिन में काट लेना चाहिए। इसके बाद जो खरपतवार उगते हैं, उनके लिए हरबिसाइड का उपयोग करते हैं। स्ट्रॉबेरी के पौधों के आने पर ज्यादा घास फूंस ना हो, इसके लिए जैविक खाद साथ यूरिया और पोटास डालनी चाहिए। स्ट्रॉबेरी की खेती से जुड़े किसानों का कहना है कि, स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए, बुवाई से पहले खेत को 3-4 बार अच्छी तरह से जोत लें। स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए, प्रति हेक्टेयर 75 टन सड़ी हुई गोबर की खाद मिलाएं।स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए, मिट्टी परीक्षण के आधार पर खेत में पोटाश और फ़ॉस्फ़ोरस भी मिलाएं।

ये भी पढ़ें- फसलों को पाले से बचाने के लिए हल्की सिंचाई करें किसान, कृषि वैज्ञानिकों ने दी सलाह

खेत की तैयारी कैसे करें?
जैसे बुवाई का वक्त जरूरी है, वैसे ही खेत का सही से निर्माण भी स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए बहुत जरूरी है। आलोक की माने तो, स्ट्रॉबेरी के खेती के लिए हमारे पास बेड बनाने के लिए तीन फीट का बेड मेकर होना चाहिए। बेड की ऊंचाई 10 इंच होनी चाहिए। पौधों की दूरी 10 इंच होनी चाहिए। बेड के बाईं और दाईं साइड पौधे लगते हैं। पौधों के बीच में दो लाइनों में ड्रिप लगाते हैं। इससे पौधे अच्छे होते हैं। स्ट्रॉबेरी के एक एकड़ में लगभग 30,000 पौधे लगते हैं। एक पौधे की कीमत लगभग 10 रुपये पड़ती है। हालांकि उनकी खुद की नर्सरी है, इस वजह से उनका खर्च थोड़ा और कम हो जाता है।

किस मौसम में करें खेती?
स्ट्रॉबेरी की खेती ठंडे मौसम में की जाती है। आम तौर पर, इसकी बुआई सितंबर और अक्टूबर में की जाती है। हालांकि, ठंडी जगहों पर इसे फ़रवरी और मार्च में भी बोया जा सकता है। स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती है। स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए 5-6.5 पीएच वाली मिट्टी और 7-30 डिग्री सेल्सियस तापमान बेहतर माना जाता है।

सटीक जानकारी के लिए पूरा वीडियो देखिए

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *