नई दिल्ली। देश में बाग़वानी फसलों का उत्पादन पिछले साल की तुलना में इस साल कम होने की आशंका है। साल 2023-24 में उत्पादन 353.19 मिलियन टन रहने की उम्मीद है, जो पिछले साल की तुलना में करीब 0.65 फीसदी कम है। दरअसल सरकार ने शनिवार को तीसरी तिमाही के आंकड़े जारी किए हैं, उसी में इसकी जानकारी दी गई है।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की तरफ से जारी तीसरे अग्रिम अनुमान के मुताबिक साल 2023-24 में बागवानी फसलों का रकबा 28.98 मिलियन हेक्टेयर है, जिससे 353.19 मिलियन टन उत्पादन अनुमानित है। आंकड़ों के मुताबिक फल, शहद, फूलों, मसालों और औषधीय पौधों के उत्पादन में वृद्धि देखी गई है। हालांकि सेब, अमरूद, लीची, अनार और अनानास के उत्पादन में कमी देखी जा रही है।
तीसरे अग्रिम अनुमानों में सब्जियों के उत्पादन 205.80 मिलियन टन रहने की उम्मीद जताई गई है। इस बार टमाटर, बंद गोभी, का उत्पादन बेहतर रहेगा।
प्याज की पैदावार 24.24 मिलियन टन तक हो सकती है, जबकि आलू 57.05 मिलियन टन। पिछली बार के मुकाबले इसके कम उत्पादन की बड़ी वजह बिहार और पश्चिम बंगाल में इनकी कम पैदावार को बताया जा रहा है। जबकि टमाटर का उत्पदान 4.38 फीसदी तक बढ़ सकता है और कुल पैदावार 21.32 मिलियन टन तक हो सकती है।
कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक इस बार शहद, फूलों, मसालों का उत्पादन पिछले बार के मुकाबले बेहतर हो सकता है।
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