छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में दलहन, तिलहन, मक्का आदि की फसल उगाने वाले किसानों को कृषक उन्नति योजना (Krishak Unnati Yojana) का फायदा देने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की बैठक में और भी कई फैसले लिए गए.
मंत्रिपरिषद ने किसानों के हित में एक बड़ा फैसला लिया है. खरीफ 2024 में पंजीकृत किसान जिन्होंने धान की फसल लगाई थी और समर्थन मूल्य पर धान बेचा था और उनके द्वारा खरीफ 2025 में धान फसल के स्थान पर दलहन, तिलहन, मक्का आदि फसल की खेती की जाती है, तब उन्हें भी अब कृषक उन्नति योजना के तहत आदान सहायता राशि प्रदान की जाएगी. राज्य के किसानों की आय, फसल उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ाने और फसल की लागत में कमी करने के उद्देश्य से यह योजना लागू की गई है.
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‘लॉजिस्टिक हब’ के लिए निवेश बढ़ाया जाएगा
राज्य की भौगोलिक स्थिति का फायदा लेते हुए लॉजिस्टिक क्षेत्र और ई-कॉमर्स की राष्ट्रीय और बहुराष्ट्रीय कंपनियों को ‘लॉजिस्टिक हब’ की स्थापना के लिए निवेश के लिए आकर्षित किया जाएगा. राज्य की भंडारण क्षमता में बढ़ोतरी होगी, जिससे राज्य के उद्योगों, व्यापारियों और किसानों को सस्ती भंडारण सुविधा मिलेगी. प्रदेश में लॉजिस्टिक में लगने वाले लागत कम होने से व्यापार, निवेश और इकोनॉकि ग्रोथ को बढ़ावा मिलेगा.
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