उत्तर प्रदेश के गेहूं किसानों के लिये अच्छी खबर है। यूपी सरकार ने गेहूं खरीद नीति में बड़ा बदलाव किया है। सरकार ने 100 क्विंटल तक की बिक्री को वेरिफिकेशन से मुक्त कर दिया है। अब रजिस्टर्ड किसान बिना किसी वेरिफिकेशन के MSP पर सीधे अपनी उपज सरकार को बेच सकेंगे। कई बार किसानों को अभिलेखों की गलतियों की वजह से फसल बेचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता था।
लेकिन सरकार के इस फैसले से अब किसानों को गेहूं बेचनें में दिक्कत नहीं आएगी।
उत्तर प्रदेश के गेहूं उत्पादक किसान MSP पर अपनी उपज बेचने के खाद्य व रसद विभाग के आधिकारिक पोर्टल (fcs.up.gov.in) या विभाग के मोबाइल एप UP KISHAN MITRA के माध्यम से रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। सरकार किसानों की सुविधा के लिए छुट्टी के दिनों में भी क्रय केंद्र चला रही है। आपको बता दें कि किसानों को गेहूं के लिए 2425 रुपये MSP और 20 रुपये प्रति क्विंटल उतराई, छनाई व सफाई के लिए अतिरिक्त दिए जा रहे हैं। ख़रीद केंद्रों पर सुबह 8 बजे से रात के 8 बजे तक गेहूं की खरीद हो रही है।
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अब तक 2.06385 लाख मीट्रिक टन की गई है गेहूं की खरीद
12 अप्रैल तक प्रदेश में गेहूं खरीद से जुड़े आंकड़े देखें तो रजिस्टर्ड किसानों की संख्या 3 लाख 77 हजार 678 पहुंच गई है। वहीं, 39 हजार से अधिक किसानों गेहूं की बिक्री कर चुके हैं। इन किसानों से 2.06385 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई है। बता दें कि वर्तमान में प्रदेश में 5804 खरीद केंद्रों के माध्यम से किसानों से MSP पर गेहूं की खरीद चल रही है।
किसान गेहूं खरीद से जुड़ी कसी भी समस्या के समाधान के लिए टोल फ्री नंबर 18001800150 या अपने जिले के खाद्य विपणन अधिकारी या तहसील के क्षेत्रीय विपणन अधिकारी या ब्लॉक के विपणन अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।
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