सितंबर में सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान, उत्तराखंड, दिल्ली-हरियाणा और राजस्थान में बाढ़-भूस्खलन का खतरा

सितंबर में सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अनुमान लगाया है कि सितंबर 2025 में देशभर में सामान्य से अधिक बारिश होगी। इससे खासकर उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बाढ़ और भूस्खलन का खतरा है। जून से अगस्त तक देश में पहले ही सामान्य से लगभग 6% ज्यादा बारिश दर्ज हो चुकी है। पंजाब, हिमाचल, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में भारी तबाही हो चुकी है। मौसम विभाग का कहना है कि सक्रिय मानसून, पश्चिमी विक्षोभ और समुद्र से आई नमी की वजह से बारिश असामान्य रूप से बढ़ी है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि सितंबर 2025 में देश में सामान्य से ज्यादा बारिश हो सकती है। इसका मतलब है कि मानसून अभी और तेज़ होगा और कई राज्यों में बाढ़ और भूस्खलन जैसी आपदाओं का खतरा बढ़ सकता है।

कितनी होगी बारिश?
सितंबर में औसत बारिश 167.9 मिमी होती है, लेकिन इस बार यह 109% तक ज्यादा हो सकती है।
उत्तर भारत, मध्य भारत और दक्षिण भारत के कई हिस्सों में बारिश सामान्य से ज्यादा रहेगी।
हालांकि, पूर्वोत्तर, पूर्वी भारत और दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत के कुछ इलाकों में कम बारिश होने की संभावना है।

किन राज्यों को है खतरा?
उत्तराखंड – भारी बारिश से भूस्खलन और अचानक बाढ़ का खतरा।
दक्षिणी हरियाणा, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान – सामान्य जनजीवन बाधित हो सकता है।
छत्तीसगढ़ – महानदी के ऊपरी इलाकों में बाढ़ की आशंका।

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इस साल अब तक की बारिश
जून से अगस्त तक देश में कुल 743.1 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य से 6% ज्यादा है।
अगस्त में उत्तर-पश्चिम भारत में 2001 के बाद सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई।
दक्षिण भारत में भी अगस्त की बारिश सामान्य से 31% ज्यादा रही।

अब तक आई आपदाएं
पंजाब – दशकों बाद सबसे भीषण बाढ़, हजारों हेक्टेयर खेत जलमग्न।
हिमाचल, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर – बादल फटने और भूस्खलन से भारी नुकसान।
उत्तर प्रदेश और बिहार – नदियों में बाढ़ का खतरा बढ़ा।

क्यों हो रही है इतनी बारिश?
इस बार बारिश ज़्यादा होने की कई वजहें हैं। सबसे बड़ी वजह यह है कि मानसून सामान्य से अधिक सक्रिय रहा। इसके साथ ही पश्चिमी विक्षोभ लगातार बने रहे, जिससे बारिश रुक-रुककर जारी रही। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से तेज़ हवाओं के साथ बड़ी मात्रा में नमी आई, जिसने बारिश को और बढ़ाया। इसके अलावा कई बार निम्न-दबाव क्षेत्र बनने से लगातार और भारी वर्षा होती रही।
कुल मिलाकर, सितंबर में देश के कई हिस्सों को भारी बारिश का सामना करना पड़ सकता है। लोगों को अलर्ट रहने और सुरक्षित रहने की सलाह दी गई है।

ये देखें –

Pooja Rai

पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।

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