फसल बीमा का प्रीमियम किसानों द्वारा दी जाने वाली एक निश्चित राशि है जो उनकी फसलों को प्राकृतिक आपदाओं, कीटों और बीमारियों से बचाने के लिए होती है. खरीफ की फसलों के लिए प्रीमियम 2% और रबी की फसलों के लिए 1.5% है. बागवानी और वाणिज्यिक फसलों के लिए, प्रीमियम 5% है. शेष प्रीमियम सरकार द्वारा सब्सिडी दी जाती है.
देशभर में खरीफ फसलों की बुवाई हो रही है. ऐसे में किसानों के फसलों की सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार द्वारा 1 जुलाई से 7 जुलाई 2025 तक ‘फसल बीमा सप्ताह’ मनाया जा रहा है. ये एक पहल है किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत फसल बीमा कराने के लिए प्रोत्साहित करने का.
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत अब हर मौसम में हर किसान की फसल को सुरक्षा मिलेगी. कम प्रीमियम, भरोसेमंद बीमा और समय पर सहायता. इस योजना के तहत किसानों को प्राकृतिक आपदाओं, कीट प्रकोप और मौसम के असामान्य बदलावों से होने वाले फसल नुकसान का मुआवजा मिलता है.
इन फसलों का होगा बीमा
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के तहत, खरीफ के मौसम में उगाई जाने वाली निम्नलिखित फसलों को शामिल किया गया है: अनाज: जैसे कि धान (चावल), मक्का, ज्वार, बाजरा. दलहन: जैसे कि मूंग, मोठ, उड़द, अरहर. तिलहन: जैसे कि सोयाबीन, तिल, मूंगफली. अन्य: कपास, गन्ना.
आवेदन कैसे करें?
- किसान अपने नजदीकी CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) पर जाएं.
- अपनी बैंक शाखा या ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से आवेदन करें.
- आवेदन के लिए https://pmfby.gov.in पर जाएं.
- अधिक जानकारी के लिए व्हाट्सऐप चैटबॉट नंबर 7065514447 पर “HI” भेजें और सवाल पूछें.
- या 14447 पर कॉल करे.
बता दें कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत वर्ष 2016 में की गई थी, जिसका उद्देश्य किसानों को फसल नुकसान से आर्थिक सुरक्षा देना है. इस योजना के तहत न्यूनतम प्रीमियम दरों पर बीमा की सुविधा दी जाती है.
ये देखें –
पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।