वनीला (Vanilla) दुनिया की दूसरी सबसे महंगी फसल है, जिसकी कीमत 25,000-40,000 रुपये प्रति किलो तक होती है। पहले नंबर पर अभी भी केसर है। भारत में, वनीला की खेती मुख्य रूप से केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और उत्तर-पूर्वी राज्यों में होती है, लेकिन अब कई अन्य राज्यों के किसानों ने भी इसकी खेती शुरू कर दी है। असम के किसान अमर बासुमतारी भी वनीला की खेती से अच्छी कमाई कर रहे हैं।
वनीला का अर्थ लोग आईसक्रीम का फ्लेवर मात्र समझते हैं। बहुत कम लोगों को पता है कि जिस आईसक्रीम के फ्लेवर के दीवाने हैं, उसकी खेती की जाती है। वनीला के पौधों को बड़े होकर पकने में में 9 से 10 महीने लगते हैं, जिसके बाद इसके फलों से बीज निकाले जाते हैं, जिसकी क़ीमत 25,000-40,000 रुपये प्रति किलो तक होती है। इन बीजों का उपयोग आइसक्रीम, सौंदर्य प्रसाधन और सुगंधित उत्पादों में किया जाता है।
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आइसक्रीम में वनीला फ्लेवर का उपयोग 40%
वनीला का सबसे अधिक उपयोग आइसक्रीम बनाने में किया जाता है। भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार, दुनिया भर में बनने वाली आइसक्रीम में 40% वनीला फ्लेवर का उपयोग किया जाता है, जिससे इसकी बाजार में भारी मांग बनी रहती है। खास बात यह है कि वनीला का उपयोग सिर्फ आइस्क्रीम बनाने में ही नहीं किया जाता है, इससे परफ्यूम और ब्यूटी प्रोडक्ट्स भी तैयार किए जाते है। साथ ही केक और कोल्ड ड्रिंक भी बनाया जाता है।
नीला आर्किड परिवार का सदस्य
जानकारों का कहना है कि वनीला आर्किड परिवार का सदस्य है। यह एक बेल पौधा है, जिसका तना लंबा और बेलनकार होता है। इसके फूल को सुखाने पर उससे खुशबू निकलती है। इसके एक फल से कई सारे बीज निकलते हैं। असम के प्रगतिशील किसान अमर बासुमतारी स्ट्रॉबेरी के साथ वनीला की खेती भी कर रहे हैं। उन्होंने खुद दक्षिण भारत से वनीला का एक पौधा मंगाकर इसकी खेती शुरू की। इस वीडियो में जानिए अमर बासुमतारी से वनीला की खेती का तरीका और इससे होने वाले फायदे।
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पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।