रबर हमारे जीवन का हिस्सा है। इससे बनी हुई वस्तुओं का प्रयोग हम दैनिक जीवन में करते हैं। क्या आपको पता है ये रबर कैसे बनती है? इस खबर में आपको रबर की खेती और प्रोसेसिंग से सम्बंधित पूरी जानकारी मिलेगी।
भारत में रबर की खेती पूर्वोतर के राज्यों में मुख्य रूप से असम में होते है। यहाँ के किसान अपने बगीचों में रबर के पेड़ लगाते हैं। खेती करने वाले किसान अर्जुन बताते हैं खेती करने के लिए हमने प्रशिक्षण लिया है। सबसे पहले पेड़ के तने में चीरा लगाते हैं जिससे पेड़ से दूध निकलता है। पेड़ पर एक बर्तन बांधते हैं जिसमे दूध गिरता है। दो लीटर के बर्तन को भरने में लगभग पांच से छह घंटे लगते हैं। वे पेड़ के तने में चीरा सुबह 4 बजे लगाते हैं। सुबह 10 बजे तक बर्तन भर जाता है फिर उसे उतार लेते हैं।
प्रोसेसिंग में सबसे पहले दो लीटर रबर के दूध में 10 लीटर पानी और थोड़ा सा एसिड मिलाकर ट्रे में एक रात के लिए भरकर रख देते हैं। अगली सुबह जब वह जम जाता है तो उसे प्रेसिंग मशीन में दबाकर सूखने के लिए धूप में रख देते हैं। सूखने के पश्चात वे व्यापरियों को रबर बेच देते हैं। इससे उन्हें अच्छा मुनाफा होता है।