यूपी: छुट्टा पशुओं से फसल बचाने के लिए योगी सरकार में खास योजना पर मंथन

stray animals is damaging farmers' crop.

लखनऊ (उत्तर प्रदेश)। उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए राहत की खबर है। प्रदेश सरकार छुट्टा पशुओं की समस्या से जूझते किसानों के लिए खेत सुरक्षा योजना शुरु करने वाली है। मुख्यमंत्री खेत सुरक्षा योजना के तहत किसानों को खेत के चारों तरफ सोलर फेंसिंग लगवानी होगी। जिस पर लगने वाली लागत का 60 फीसदी खर्च सरकार देगी। इस तरह के प्रस्ताव पर कवायद जारी है।
माना जा रहा है 2024 के आम चुनावों से पहले किसानों को योगी आदित्नाथ सरकार उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए नासूर बनी समस्या का बड़ा समाधान करेगी। खेत सुरक्षा योजना पहले से कई राज्यों में लागू है। सोलर फेसिंग योजना के तहत किसान खेत के चारों तरफ तार लगवाएंगे, जिसमें 12 वोल्ट का करंट होगा। जानवरों के खेत के पास आते ही उनको एक झटका लगेगा, ये झटका सिर्फ जानवरों को डराने के लिए हैं, इससे उनको किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होगा। फेंसिंग का ये पूरा सिस्टम सोलर से संचालित होगा, यानि बिजली की जरुरत नहीं होगी।
मीडिया रिपोर्ट के अऩुसार राजस्थान, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश और हिमांचल प्रदेश में इस तरह की योजना पहले से ही चल रही हैं और वहां के किसानों को इसका लाभ भी मिल रहा है। इन प्रदेशों से मिले फीडबैक के बाद यूपी के कृषि विभाग ने ये प्रस्ताव तैयार किया है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक अपर मुख्य सचिव कृषि डॉ देवेश चतुर्वेदी कहा है कि ये प्रस्ताव जल्द कैबिनेट के पास भेजा जाएगा।


योजना लाने के पीछे का कारण
20वीं पशुगणना के मुताबिक उत्तर प्रदेश में करीब 11 करोड़ 80 लाख छुट्टा पशु हैं जो देश में सबसे ज्यादा है। जनवरी 2023 की पशुपालन विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में छोटे बड़े कुल 6,507 गो आश्रय स्थल हैं, जिनमें 10,18,615 गोवंश संरक्षित हैं, जबकि 1 लाख 61 हजार गोवंश मुख्यमंत्री निराश्रित/बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना के अंतर्गत लोगों/पशुपालकों को दिए गए। जिसके लिए उन्हें प्रति पशु 30 रुपए प्रति दिन का मिलते हैं। इन सबके बावजूद अपनी फसलों को बचाने के लिए किसान दिन-रात खेतों की रखवाली कर रहे हैं। किसानों के मुताबिक योगी सरकार के लिए ग्रामीण इलाकों में छुटटा पशु योगी सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती हैं।
किसान छुट्टा पशुओं से बचने के लिए खेत के चारों तरफ कटीले तार लगाते हैं, जिससे कई बार जानवर चोटिल हो जाते हैं। कटीले और आरी वाले तारों पर नियमत प्रतिबंद्ध है लेकिन किसान कटीले तार लगवाते हैं, किसानों के मुताबिक उनके पास इसके अलावा कोई चारा नहीं है। ऐसे में सोलर फेंसिंग से जुड़ी खेत सुरक्षा योजना के किसानों के लिए काफी लाभकारी हो सकती है।

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सिस्टम कैसे काम करता है
इस सिस्टम को ऑपरेट करने में किसी विशेष तकनीकी जानकारी की जरूरत नहीं है। खेत के चारों तरफ जैसे कटीले तार लगाए जाते हैं, उसी प्रकार से तार लगाए जाएंगे बस इन तारों में 12 वोल्ट का करेंट दौड़ेगा। करेंट के लिए किसी बिजली की जरूरत नहीं होगी उसके लिए सोलर प्लेट का सहारा लिया जाएगा। यदि किसी किसान ने पहले से ही ट्यूबवेल चलाने के लिए सोलर प्लेट लगावाई हुई है, तो वो इसको उस सिस्टम से जोड़ सकता है जिससे आने वाले खर्च में कमी आएगी।

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