यूपी की योगी सरकार ने ग्रामीणों के हित में एक बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने अब लोमड़ी और सियार के हमले से होने वाली मौत को भी राज्य आपदा घोषित कर दिया है। ऐसे में अब विक्टिम के परिवार वालों को चार लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मानव वन्य जीव संघर्ष और किसान और ग्रमीणों पर जंगली जानवरों के हमलों को देखते हुए सरकार कई कदम उठाए गए हैं। इनमें लोमड़ी और सियार के हमलों से मौत में होने पर पीड़ित परिवार को 4 लाख रुपए का मुआवजा देना भी शामिल है। सरकार ने इन हमलों में मौतों को राज्य आपदा घोषित करते हुए मानव वन्य जीव संघर्ष की श्रेणी 2 में जगह दी है।
56 करोड़ में रेस्क्यू सेंटर बना रही है सरकार
उधर मंगलवार को योगी आदित्यनाथ सरकार ने बाघ, तेंदुआ और अन्य हिंसक पशुओं से बचाव के लिए प्रदेश में मेरठ, पीलीभीत, महराजगंज और चित्रकूट में 56 करोड़ में रेस्क्यू सेंटर बना रही है। मानव वन्यजीव संघर्ष को कम करने की दिशा में यह वन विभाग की महत्वपूर्ण पहल बतायी जा रही है।
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रेस्क्यू सेंटर के दो फायदे
वन विभाग प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में बाघ, तेंदुआ, सियार जैसे बड़े मांसाहारी जीवों के वन क्षेत्र के समीप के गांवों और शहरों में आये दिन होने वाले संघर्ष को कम करने के लिए रेस्क्यू सेंटर बना रहा है। ये रेस्क्यू सेंटर मेरठ, पीलीभीत, महराजगंज और चित्रकूट में बनाये जा रहे हैं। जो क्रमशः पश्चिमी यूपी, तराई एवं अवध क्षेत्र और बुंदेलखण्ड में जंगलों से रिहाइश की ओर भागे हिंसक जानवरों को सेल्टर देगा। जिससे एक ओर इन वन्य जीवों को संरक्षण मिलेगा तो वहीं दूसरी ओर वन क्षेत्रों के बफर एरिया और आस-पास रहने वाले ग्रामीणों को भी सुरक्षा मिलेगी।
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योगी सरकार का बड़ा फैसला, अब लोमड़ी और सियार के हमले से मौत होने पर मिलेगा 4 लाख रुपए का मुआवजा
