अंकुरित आलू क्यों नहीं खाना चाहिए?

आलू एक ऐसा कंद है, जिसे हममें से अधिकांश लोग हर रोज़ अपनी डाइट में शामिल करते हैं। बच्चों से लेकर बूढ़ों तक सभी इसे खूब पसंद करते हैं। शायद ही कोई ऐसी सब्जी हो जिसके साथ इसे मिलाकर न बनाया जाता हो। इसमें भरपूर मात्रा में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है, जो एक आवश्यक पोषक तत्व है और हम सबके लिए जरूरी है। भारत में बड़े पैमाने पर इसकी खेती होती है। उसमें भी सबसे ज़्यादा इसका उत्पादन उत्तर प्रदेश में होता है।

अब सवाल ये है की क्या हमे किसी भी तरह का आलू खा जाना चाहिए? जैसा कि हम देखते हैं कई आलू हरे रंग के होते हैं, कई बार आलू को काटने पर अंदर लाल रंग दिखता है। कई बार हम देखते हैं कि रखे रखे आलू अंकुरित हो जाता है। तो क्या इस तरह का आलू भी खाने में शामिल करना चाहिए या नहीं?

क्यों नहीं खाना चाहिए?
जबाब है नहीं, आलू का अंकुरित होना इस बात का संकेत है कि वो एक पौधे के रूप में बढ़ने की कोशिश कर रहा है। इस प्रक्रिया के दौरान आलू में जहरीला ग्लाइकोएल्कलॉइड बढ़ने लगता है। ये पौधों को फफूंद और कीड़ों से बचाता है। एक रिसर्च के मुताबिक अंकुरित आलू में सबसे बड़ा खतरा ग्लाइकोएल्कलॉइड है। इसकी वजह से आलू कड़वा हो जाता है और इस कारण उल्टियां हो सकती हैं। इसकी मौजूदगी का पता आपको आलू में हरे रंग से पता चल जाता है। इसलिए आपको हरे रंग में तब्दील हो चुके आलू नहीं खाने चाहिए। यही कारण है कि अंकुरित या लंबे समय तक रखे गए आलू इंसानों और जानवरों के लिए स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है।

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आलू अंकुरित हो गया हो तो क्या करें ?
पहली बात तो आप वैसा आलू खरीदें ही नहीं। और अगर घर पर रखे रखे अंकुरण हो गया है तो अगर अंकुर छोटा हो तो इसे बनाने से पहले काट लीजिए। वहीं अगर अंकुर एक इंच से अधिक लंबे हों या आलू नरम हों तो उसे फेंक देना चाहिए। रिसर्च के मुताबिक आलू में हरे रंग के हिस्से को काट देना चाहिए ऐसा इसलिए क्योंकि ये अधिक ज़हरीला होता है।अगर आलू में सड़न या फफूंदी जैसे लक्षण दिखाई देते हैं तो इसे फेंक देना ही अच्छा होता है।

आलू कैसे सही से स्टोर करें
आलू को (3-10°C) के बीच सूखी और अंधेरे वाली जगहों में रख सकते हैं.
आलू के भंडारण से पहले इसे धोना नहीं चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि इससे सड़न बढ़ती है.
आलू को प्याज से दूर रखना चाहिए. दोनों से गैस और नमी निकलती है, जिससे अंकुरण तेज होता है.

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Pooja Rai

पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।

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