करनाल (हरियाणा)। गेहूं की उन्नत किस्म DBW 327 (करण शिवानी) ने इस बार 33.70 कुंटल प्रति एकड़ का उत्पादन दिया है। भारतीय गेहूं और जौ अनुसंधान संस्थान के मुताबिक ये रिकॉर्ड उत्पादन है तो पंजाब और हरियाणा के 2 किसानों के खेत में हुआ है। आईसीएआर के संस्थान IIWBR द्वारा विकसित इस खूबी ये है कि ये जलवायु अनुकूल क्लाइमेंट रिजिलिएंट climate resilience wheat varieties है, जिसे फसल पकने के दौरान हीटवेब से होने वाले नुकसान को ध्यान में रखकर विकसित किया गया है।
करनाल स्थित गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान के फेसबुक पेज से साझा की गई जानकारी के मुताबिक पंजाब के फतेहगढ़ साहिब जिले के चियारथल खुर्द गांव में रहने वाले किसान दविंदर सिंह उर्फ हरजीत सिंह के खेत में 33.30 कुंटल की पैदावार हुई है। किसान हरजीत सिंह का कहना है कि उन्होंने DBW 327 किस्म की बुवाई 8 नवम्बर 2023 को बुवाई की थी।
पंजाब के किसान के अलावा हरियाणा के भी एक किसान खेत में बंपर उत्पादन हुआ है। हरियाणा के पानीपत जिले के बरौली गांव में रहने वाले सुरेश कुमार ने 7 नवम्बर 2023 को गेहूं की किस्म डीबीडब्ल्यू 327 बुवाई की थी। उन्हें इस बार एकड़ में 32.40 कुंतल के हिसाब से उत्पादन मिला है।
84.7 कुंटल प्रति एकड़ की है उत्पादन क्षमता
आईसीएआर ने इस किस्म को स्थापना दिवस पर 2023 में सर्वश्रेष्ठ फसल विज्ञान प्रौद्योगिकियों में से एक के रूप में मान्यता दी। इस किस्म की उत्पादन क्षमता 87.7 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है और औसत उपज 79.4 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है, जो कि गेहूं उत्पादन के लिए एक नया बेंचमार्क है।
किसान और देश को सशक्त बनाएगी ये किस्म- निदेशक
आईआईडब्ल्यूबीआर निदेशक डॉ. ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा, “किसानों की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए उन्नत किस्मों को विकसित करने पर जोर दिया जा रहा। उन्होंने कहा कि डीबीडब्ल्यू 327 किस्म की सफलता अनुसंधान और विकास, किसानों को सशक्त बनाने और देश की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
DBW 327 करन शिवानी किस्म के बारे में ज्यादा जानकारी वीडियो में देखिए