लखनऊ (उत्तर प्रदेश)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में गुरुवार 18 जनवरी को हुई कैबिनेट बैठक में गन्ना किसानों को लेकर अहम फैसला लिया गया। सरकार के राज्य समर्थन मूल्य (SAP) में 20 रुपए प्रति क्विंटल वृद्धि के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। गन्ने का समर्थन मूल्य तीन श्रेणियों में 20 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाया गया है। प्रदेश में फिलहाल गन्ने की रिजेक्टेड प्रजाति का समर्थन मूल्य 335 रुपये/क्विंटल है। सामान्य 340 और उन्नत किस्म के गन्ने का समर्थन मूल्य 350 रुपये/क्विंटल है। तीनों ही श्रेणियों में 20 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि के प्रस्ताव पर मुहर लग गई है।
गन्ना मूल्य में बढ़ोतरी के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “अन्नदाता किसानों के कल्याण एवं उनकी फसलों के लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करने हेतु हमारी सरकार सतत क्रियाशील है। गन्ना मूल्य में बढ़ोतरी का निर्यण आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में ‘समर्थ किसान-समृद्ध प्रदेश’ के संकल्प को साकार करने में सहायक सिद्ध होगा।
प्रदेश में गन्ने की अगैती प्रजातियों का मूल्य 350 प्रति कुंटल से बढ़ाकर 370 रुपए कुंतल जबकि सामान्य प्रजातियों के लिए 340 रुपए कुंतल मूल्य को को बढ़ाकर 360 रुपए कर दिया गया है। वहीं अनुपयुक्त प्रजातियों के लिए के लिए किसानों को 335 से बढ़ाकर 355 रुपए प्रति कुंटल का रेट दिया जाएगा।
वहीं गन्ना किसानों को इस बढ़ोतरी को लेकर मिली जुली प्रतिक्रिया दी है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि “उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा गन्ने पर बढ़ाए गए 20 रुपए से प्रदेश के गन्ना किसानों को निराशा हुई है। खेती पर प्रतिदिन बढ़ते हुए खर्च को देखते हुए इस बार किसान को आशा थी की गन्ने का मूल्य 400 रुपए प्रति क्विंटल से अधिक घोषित होना चाहिए था।”
योगी सरकार ने बीते 7 वर्षों में गन्ने पर 55 रुपये प्रति कुंतल बढ़ाये
वर्ष 2017 में गन्ने के मूल्य में 10 रुपये प्रति कुंतल की वृद्धि हुई।
वर्ष 2021 में गन्ने के मूल्य में 25 रुपये प्रति कुंतल की वृद्धि हुई ।
योगी कैबिनेट ने आज तीसरी बार 20 रुपये प्रति कुंतल दाम बढ़ाये हैं ।
कृषि विभाग के आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में लगभग 22 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में गन्ने की खेती होती है। वहीं लगभग 1770 लाख मैट्रिक टन गन्ने का उत्पादन होता है।
लखीमपुर खीरी के किसान रितेश मिश्र ने कहा गन्ने का मूल्य कम से कम 450 रुपए कुंतल होना चाहिए। वर्तमान समय में गन्ने का भाव लागत के बराबर है। यदि दाम 450 से नीचे रहते हैं तो इसमें किसानों के लिए घाटे का सौदा है।