क्या है ‘वाटरशेड यात्रा’? केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान आज करेंगे इसकी शुरुआत

वॉटरशेड यात्रा

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान आज दोपहर 12:00 बजे हाइब्रिड मोड में ‘वाटरशेड यात्रा’ का शुभारंभ करेंगे। भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के भूमि संसाधन विभाग द्वारा जन भागीदारी बढ़ाने और परियोजना क्षेत्रों में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (डब्ल्यूडीसी-पीएमकेएसवाई 2.0) के वाटरशेड विकास घटक के तहत किए गए वाटरशेड विकास गतिविधियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक व्यापक अभियान वाटरशेड यात्रा’ शुरू किया जा रहा है।

क्या है ‘वाटरशेड यात्रा’?
यह यात्रा “समुदाय संचालित दृष्टिकोण” को पाने में मदद करेगी, क्षेत्र स्तर पर कार्यान्वयन तंत्र को सक्रिय करेगी और कृषि उत्पादकता, आजीविका और पर्यावरण में सुधार के लिए प्राकृतिक संसाधनों के सतत प्रबंधन के महत्व पर प्रकाश डालेगी। ‘वाटरशेड यात्रा’ के दौरान की जाने वाली प्रमुख गतिविधियों में अन्य बातों के साथ-साथ शामिल हैं;

  • नये कार्य का भूमि पूजन,
  • पूर्ण हो चुके कार्यों का लोकार्पण,
  • वाटरशेड महोत्सव,
  • वाटरशेड की पंचायत,
  • परियोजना क्षेत्रों में वाटरशेड मार्गदर्शकों को पुरस्कार एवं मान्यता
  • भूमि-जल पिच और
  • श्रमदान आदि।

वाटरशेड यात्रा के दौरान ये कार्य होंगे
इस आउटरीच अभियान के 805 परियोजनाओं में लगभग 60-90 दिनों तक वैन चलेगी, जो 26 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में 6673 ग्राम पंचायतों (13587 गांवों) तक जाएगी।
यात्रा की तैयारी के रूप में 1,509 ग्राम सभाएं आयोजित की गई हैं; 1,640 प्रभात फेरियां आयोजित की गई हैं; भूमिपूजन के लिए 2,043 स्थानों की पहचान की गई है; लोकार्पण के लिए 1,999 कार्यों की पहचान की गई है; श्रमदान के लिए 1,196 स्थानों की पहचान की गई है; और बागवानी वृक्षारोपण के लिए 557 स्थानों की पहचान की गई है।

8,000 व्यक्तियों को सम्मानित किया जाएगा
वाटरशेड यात्रा के दौरान परियोजना स्तर पर “वाटरशेड मार्गदर्शकों” का सम्मान, “वाटरशेड मार्गदर्शकों” द्वारा अनुभव साझा करना, वाटरशेड की पंचायत – विशेषज्ञों द्वारा चर्चा तथा विभिन्न परियोजना क्षेत्रों के लगभग 8,000 व्यक्तियों को सम्मानित किया जाएगा, जिससे उन्हें और अधिक प्रेरणा मिलेगी।

विभाग ने वाटरशेड विकास के क्षेत्र से संबंधित एक लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम (एलएमएस) भी विकसित किया है, जिसे डीओएलआर की वेबसाइट पर होस्ट किया जाएगा, जिसे आगे युवाओं की भागीदारी के लिए माई भारत पोर्टल से जोड़ा गया है। भाग लेने वाले युवाओं को एक प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा, जो उन्हें श्रमदान गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित करेगा।

माई भारत पोर्टल’ से जुड़ सकते हैं युवा
देश भर के युवाओं से जुड़ने और उन्हें शामिल करने के लिए ‘माई भारत पोर्टल’ पर “वाटरशेड यात्रा” के लिए एक मेगा इवेंट बनाया गया है। इससे श्रमदान जैसी गतिविधियों के लिए युवा स्वयंसेवकों को जुटाने, वाटरशेड परियोजनाओं में सामुदायिक भागीदारी को मजबूत करने और डब्ल्यूडीसी-पीएमकेएसवाई 2.0 योजना के बेहतर कार्यान्वयन में मदद मिलेगी। इससे वाटरशेड कार्यकर्ताओं और नेताओं का एक सामुदायिक कैडर बनाने में भी मदद मिलेगी।
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