सरकार किसानों की सहायता के लिए कृषि क्षेत्र में विभिन्न चुनौतियों के समाधान करने के लिए कृत्रिम बुद्धिमता यानी AI को बढ़ावा दे रही है। संसद में कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर ने बताया कि किसान ई-मित्र हर रोज़ 20,000 से अधिक किसानों के प्रश्नों का उत्तर देता है और अब तक 92 लाख से अधिक प्रश्नों का उत्तर दिया जा चुका है, जो कि AI आधारित है।
राज्यसभा में कृषि में AI के इस्तेमाल से जुड़े सवाल पर मंत्री ने बताया कि सरकार इस दिशा में लगातार काम कर रही है। इसी क्रम के ‘किसान ई-मित्र’, भी है। उन्होंने बताया कि यह एक एआई-संचालित चैटबॉट है, जो पीएम किसान सम्मान निधि योजना के बारे में प्रश्नों के उत्तर देने में किसानों की सहायता के लिए विकसित किया गया है। कई भाषाओं में उपलब्ध इस चैटबॉट को अन्य सरकारी कार्यक्रमों में सहायता के लिए विकसित किया जा रहा है। वर्तमान में, यह प्रतिदिन 20,000 से अधिक किसानों के प्रश्नों का उत्तर देता है और अब तक 92 लाख से अधिक प्रश्नों का उत्तर दिया जा चुका है।
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कृषि में AI और मशीन लर्निंग का उपयोग
मंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय कीट निगरानी प्रणाली, जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाले उत्पादन के नुकसान से समय पर निपटने के लिए फसलों में कीटों का पता लगाने के लिए AI और मशीन लर्निंग का उपयोग करती है। इस सिस्टम का उपयोग वर्तमान में 10,000 से अधिक कार्यकर्ताओं द्वारा किया जा रहा है। यह कीट निगरानी प्रणाली फसलों को कीटों से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए किसानों को कीटों की तस्वीरें खींचने की सुविधा देती है। अब तक इस प्रणाली से लगभग 1 लाख अपलोड की गई छवियों के साथ 61 फसलों और 400 से अधिक कीटों की पहचान की गई है।
इसके अलावा उन्होंने बताया कि चावल और गेहूं की फसलों के लिए उपग्रह, मौसम और मिट्टी की नमी डेटासेट का उपयोग करके फसल स्वास्थ्य मूल्यांकन और फसल स्वास्थ्य निगरानी के लिए क्षेत्र की तस्वीरों का उपयोग करके एआई-आधारित विश्लेषण किया जाता है
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