उत्तर प्रदेश सरकार रबी सीजन में किसानों को सही समय पर बुवाई कराने के लिए अच्छी गुणवत्ता वाले बीज सब्सिडी पर उपलब्ध करा रही है। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि लेट बुवाई से गेहूं का उत्पादन घटता है, इसलिए समय पर बुवाई बेहद जरूरी है। सरकार किसानों से 30 नवंबर 2025 से पहले बीज लेने की अपील कर रही है।
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि अगर गेहूं, चना, मसूर, मटर और सरसों जैसी फसलों की समय पर बुवाई की जाए तो किसानों को ज्यादा उपज और बेहतर कमाई होती है। इसी वजह से सरकार किसानों को अच्छे गुणवत्ता वाले बीज अनुदान (सब्सिडी) पर उपलब्ध करा रही है, ताकि किसी किसान को बीज की कमी न हो।
लेट बुवाई से नुकसान
मंत्री ने बताया कि गेहूं की देर से बुवाई करने पर हर दिन उत्पादन थोड़ा-थोड़ा कम होने लगता है। लेकिन अगर बुवाई समय पर हो जाए तो फसल ज्यादा मजबूत होती है और किसानों को पूरा फायदा मिलता है। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रदेश के हर जिले में प्रमाणित बीज पर्याप्त मात्रा में मौजूद रहें।
कब तक मिलेंगे सस्ते बीज?
सरकार ने किसानों से कहा है कि वे 30 नवंबर 2025 से पहले अपने नजदीकी बीज केंद्र से सब्सिडी पर बीज ले लें और बुवाई पूरी कर लें। इससे न सिर्फ उत्पादन बढ़ेगा बल्कि प्रदेश की कुल खाद्यान्न पैदावार भी मजबूत होगी।
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रबी सीजन के लिए बड़े इंतजाम
यूपी सरकार ने इस रबी सीजन में 11.12 लाख क्विंटल अनुदानित बीज बांटने का लक्ष्य तय किया है। इसमें गेहूं, जौ, चना, मसूर, मटर, सरसों, राई, तोरिया और अलसी जैसी फसलें शामिल हैं। अब तक 81% बीज उपलब्ध कराए जा चुके हैं और 69% बीज किसानों को दिया जा चुका है।
इस पूरी व्यवस्था की समीक्षा करने के लिए कृषि मंत्री की बैठक में कृषि राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख और कृषि विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
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पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।