अपोलो और गोदरेज जैसी बड़ी कम्पनियां उन्नति कॉपरेटिव से खरीदती हैं जैविक और आयुर्वेदिक प्रोडक्ट

उन्नति से जुड़े 400 से ज्यादा लोग हिमालय की शिवालिक पहाडियों से वन संपद्दा, जड़ी बूटियां और औषधियां आप तक पहुंचाते हैं। उन्नति के पास 32 हजार एकड़ का जैविक सर्टिफाइड जंगल है

पूरी र‍िपोर्ट

कांच की बोतल या पैकट में आने वाला दूध कैसे होता है पैक और पाश्चराइज्ड

एक साथ 40 गायों का दूध नहीं निकाला जा सकता हैं 500 गायों के दूध निकालने में लगभग 2 से ढ़ाई घण्टे लगते हैं। दूध की लाइफ बढ़ाने के लिए किया जाता दूध पाश्चुराइज, सूक्ष्म वैक्टीरिया मर जाते है और दूध को जल्दी खट्टा या फटने से बचाया जा सकता है।

पूरी र‍िपोर्ट

किसान कीटनाशक के बजाय आईपीएम में करें इन्वेस्ट, लागत में आएगी कमी

फसल में कीट-पंतगों के अटैक से फसल बर्बाद हो रही, उसे रोकने के लिए किसान बाजार से तरह तरह के कीटनाशक का छिड़काव करता रहता हैं। इन सब से किसान की लागत में भी बढ़ोत्तरी आ रही है। किसान कीटनाशक के बजाय IPM पर इन्वेस्ट करे तो अपनी लागत में कमी ला सकता है।

पूरी र‍िपोर्ट

सोशल अल्फा: विज्ञान और तकनीकी के जरिए किसानों की समस्याओं को हल करने की कवायद

सोशल अल्फा एक इनोवेशन क्यूरेशन और वेंचर डेवलपमेंट प्लेटफॉर्म है। जो किसान उपयोगी और कृषि क्षेत्र में कार्यरत स्टार्टअप को न सिर्फ आगे बढ़ाता है बल्कि उन्हें किसानों से जोड़ने का काम करता है। लखनऊ (उत्तर प्रदेश)। किसान के सामने बीज बुवाई से लेकर फसल तैयार करने और उसे मार्केट में बेचने तक, हर स्तर…

पूरी र‍िपोर्ट
no electricity in 6 village of jhansi

बुंदेलखंड: “सरकार ने बिजली दी नहीं और मिट्टी का तेल भी बंद कर दिया” 

भारत अपनी आजादी का अमृत महोत्सव बना रहा है और कुसुमा अपने अंधेरे घर में डीजल का दिया जलाकर उजाला तलाश रही हैं। जबसे वो ब्याह कर इस घर में आई हैं यही उनका रोज काम काम है। सिर्फ कुसुमा ही नहीं उनके गांव के तमाम घरों में लगभग ऐसा ही होती है। वो बताती…

पूरी र‍िपोर्ट

पारम्परिक खेती छोड़ किसान ने शुरू की अंजीर की खेती, हो रहा लाखों का मुनाफा

दुनियभर में फिग यानि अंजीर की 20 से ज्यादा किस्में खाने योग्य हैं। भारत में, कोंड्रिया, तिमला,चालिसगांव, फिग डायना, पूना फिग और फिग दिनकर काफी प्रचलित हैं। पूना फिग को महाराष्ट्र क्षेत्र के लिए उपयुक्त बताया जाता है।

पूरी र‍िपोर्ट
This is family photo of Dr. ankush chormule

“गन्ने की खेती मेरे डीएनए में है”, मिलिए 1000 कुंटल प्रति एकड़ गन्ना उगाने वाले महाराष्ट्र के प्रगतिशील किसान से

महाराष्ट्र का ये युवा किसान अपने खेतों में प्रति एकड़ 1000 कुंटल से ज्यादा गन्ना पैदा करता ही है और यही तकनीकी दूसरे किसानों को सिखाता भी है। महाराष्ट्र और भारत के दूसरे राज्य ही नहीं, नेपाल तक के किसान उनसे ज्यादा गन्ना पैदा करने के लिए ट्रेनिंग लेने आते हैं।

पूरी र‍िपोर्ट

खेत में जलभराव की समस्या के लिए बेहतरीन समाधान

खेत में पानी भर जाने पर इंजन लगाकर पानी को खेत से बाहर निकालते हैं पर उसमें भी समय और पैसा लगता है और फसल को नुकसान तो हो ही चुका होता है। जलभराव की इन समस्याओं को एक सिस्टम लगाकर खत्म किया जा सकता हैं।

पूरी र‍िपोर्ट