वैज्ञानिक तरीके से प्रमाणित होने पर ही बायोस्टिमुलेंट को अनुमति दी जाएगी: केंद्रीय मंत्री चौहान

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने बायोस्टिमुलेंट की बिक्री पर महत्वपूर्ण बैठक की। उन्होंने बायोस्टिमुलेंट पर सख्त रवैया अपनाते हुए अधिकारियों से पारदर्शी रूप से काम करने को कहा। उन्होंने कहा कि किसान सर्वोपरि हैं, लापरवाही ना बरतें अफसर।किसानों के हित में आईसीएआर से बायोस्टिमुलेंट की उपयोगिता का परीक्षण को जरूरी बताते हुए मंत्री ने कहा कि वैज्ञानिक तरीके से प्रमाणित होने पर ही बायोस्टिमुलेंट को अनुमति दी जाएगी और संदेहास्पद बायोस्टिमुलेंट निर्माताओं के खिलाफ कार्रवाई होगी।

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SBI Report

डेयरी सेक्टर आयात के लिए खुला तो 1.03 लाख करोड़ का होगा नुकसान, 8 करोड़ किसान होंगे प्रभावित: SBI Report

कृषि और डेयरी सेक्टर पर सहमति नहीं बन पाने के कारण भारत और अमेरिका के बीच अभी तक ट्रेड डील नहीं हो पायी है। इस डील पर SBI ने एक रिपोर्ट जारी करते हुए कहा है कि अगर सरकार डेयरी सेक्टर को अमेरिकी आयात के लिए खोलती है तो इससे डेयरी किसानों का बहुत नुकसान होगा साथ में देश के जीडीपी में सेक्टर का योगदान भी कम हो जाएगा।

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बहुउपयोगी मोरिंगा की खेती से करोड़ों की कमाई, जानिए पोषक तत्वों से भरपूर सहजन की खेती कैसे होती है?

मोरिंगा एक बहुउपयोगी पौधा है। इसका फूल, फल और पत्तियों का भोजन के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। सहजन का छाल, पत्ती, बीज, गोंद, जड़ आदि से आयुर्वेदिक दवा तैयार किया जाता है, जो लगभग 300 से ज़्यादा बीमारियों के इलाज में काम आता है। सहजन के पौधा से गूदा निकालकर कपड़ा और कागज उद्योग के काम में इस्तेमाल किया जाता है। सहजन बिना किसी विशेष देखभाल और एक तरह से कम से कम लागत पर आमदनी देनी वाली फसल है।

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काली मिर्च की खेती

काली मिर्च की खेती कब, कहाँ और कैसे की जाती है? पूरा प्रॉसेस समझिए

भारत में काली मिर्च की खेती के लिए सबसे बेहतर जगह तो समुद्र के आसपास वाले राज्य हैं। भारत में काली मिर्च के उत्पादन का 98 प्रतिशत हिस्सा अकेले केरल और कर्नाटक में होता है। इसके बाद तमिलनाडु, महाराष्ट्र के कोंकण के साथ ही नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में भी इसकी खेती की जाती है।

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खरीफ सीजन

अब तक 597.86 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में हुई बुवाई, धान का रकबा 11.84 लाख हेक्टेयर बढ़ा, जानिए दलहन, गन्ना, कपास, का हाल

सरकार ने चालू खरीफ सीजन 2025 की बुवाई का आंकड़ा जारी किया है। इसके मुताबिक अब तक 597.86 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में बुवाई हुई है। खरीफ सीजन में बुवाई का यह आंकड़ा पिछले साल की तुलना में 37 लाख हेक्टेयर ज्यादा है।

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मक्के

28 दिनों में केवल 840 किसानों से खरीदा गया 5137 टन मक्का.. तय लक्ष्य से बहुत कम, आखिर क्या है वजह?

यूपी में बीते 28 दिनों में केवल 840 किसानों से 5137 टन ही मक्के की सरकारी खरीद हो पायी है, जबकि सरकार का लक्ष्य 25 हज़ार टन मक्का ख़रीदने का है. इसकी बड़ी वजह सरकार द्वारा तय मानकों और बारिश को बताया जा रहा है.

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राज्य में यूरिया और डीएपी की कोई कमी नहीं, यूपी के मुख्य सचिव मनोज कुमार ने स्कूल विलय पर ये कहा

यूपी के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह कहा है कि राज्य में यूरिया और डीएपी की कोई कमी नहीं है। सभी किसानों को मिलेगा। उन्होंने मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए हैं। सचिव ने कहा कि एक भी केंद्र ऐसा नहीं होना चाहिए, जहां उर्वरक की उपलब्धता न हो। जैसे ही किसी केंद्र पर खाद की मात्रा 80 से 90 प्रतिशत तक समाप्त हो, वहां नया स्टाक तत्काल पहुंचाया जाए।

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उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश कार्बन क्रेडिट भुगतान करने वाला देश का पहला राज्य बना

उत्तर प्रदेश सरकार ने पर्यावरण संतुलन के साथ किसानों को आय का अतिरिक्त स्रोत उपलब्ध कराने के लिए ‘कार्बन क्रेडिट फाइनेंस’ योजना शुरू की है।राज्य सरकार द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक पर्यावरण संरक्षण और किसानों की आर्थिक समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए कार्बन क्रेडिट फाइनेंस योजना का अमल किया जा रहा है।

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मध्यप्रदेश सरकार

हैप्पी सीडर, सुपर सीडर समेत इन कृषि यंत्रों पर मध्यप्रदेश सरकार दे रही है 50 प्रतिशत तक सब्सिडी, ऐसे करें आवेदन

मध्यप्रदेश सरकार किसानों को खेती में लागत कम करने के लिए हैप्पी सीडर, सुपर सीडर और स्मार्ट सीडर पर 50% तक सब्सिडी दे रही है. लाभ लेने के लिए किसानों को कहाँ और कैसे आवेदन करना होगा समझिए.

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बकानी रोग

बुवाई से पहले ऐसे करें बीज उपचार, बकानी रोग से धान की फसल बचाने का जानें तरीका

बकानी रोग बासमती धान की फसल को प्रभावित करने वाला एक प्रकार का रोग है, जो धान उत्पादक किसानों के लिए एक बड़ी समस्या है। पंजाब कृषि विश्वविद्यालय ने किसानों को इससे निपटने में मदद के लिए एक समाधान दिया है।

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