मराठवाड़ा में बारिश-बाढ़ से तबाही

महाराष्ट्र: किसानों को 2,215 करोड़ रुपये की मदद का ऐलान, दिवाली से पहले खाते में जमा होंगे रुपये!

मराठवाड़ा और आसपास के जिलों में लगातार भारी बारिश और बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। 75 मंडलों में अतिवृष्टि दर्ज हुई, 22 गांवों का संपर्क टूट गया और 228 लोग फंसे रहे। अब तक चार लोगों और 76 मवेशियों की मौत हुई है। प्रशासन, सेना और एनडीआरएफ राहत कार्य में जुटे हुए हैं। 18 लाख हेक्टेयर से ज्यादा फसलें डूब चुकी हैं। राज्य सरकार ने प्रभावित किसानों के लिए दिवाली से पहले 2215 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता का ऐलान किया है। मौसम विभाग ने आगे भी तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है, और कृषि विभाग ने किसानों से सावधानी बरतने की अपील की है।

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सितंबर तय करेगा खरीफ की पैदावार

सितंबर तय करेगा खरीफ की पैदावार, अस्थिर मौसम से महंगाई का खतरा: क्रिसिल रिपोर्ट

क्रिसिल की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल खरीफ फसलों पर भारी बारिश और बाढ़ का बड़ा असर पड़ा है। पंजाब और राजस्थान सबसे ज़्यादा प्रभावित हुए हैं, जहाँ धान, गन्ना, कपास और दलहनों को नुकसान हुआ है। धान और गन्ने की पैदावार 5-10% और कपास की 15-20% तक घट सकती है। राजस्थान में बाजरा, ज्वार और सोयाबीन जैसी फसलें डूबीं, जबकि दक्षिणी राज्यों में असर सीमित रहा। रिपोर्ट ने चेताया है कि अगर सितंबर की बारिश अस्थिर रही तो खाद्य आपूर्ति पर दबाव और महंगाई दोनों बढ़ सकते हैं।

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उत्तर भारत

उत्तर भारत में बारिश और तूफान का अलर्ट, किसानों के लिए सलाह

अगले कुछ दिनों में देश के कई हिस्सों में भारी बारिश और तूफान का अलर्ट जारी किया गया है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में 11 से 16 सितंबर तक अलग-अलग दिन भारी बारिश होने की संभावना है। पूर्वोत्तर राज्यों, बिहार, छत्तीसगढ़, ओडिशा, विदर्भ, महाराष्ट्र, गुजरात और दक्षिण भारत के कई हिस्सों में भी बारिश का अनुमान है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे फसलों की सुरक्षा और जलभराव से बचाव के उपाय करें, वहीं मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है।

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बारिश

1-15 अगस्त के बीच मानसूनी बारिश 20 प्रतिशत कम, जानिए कहाँ कितनी हुई बारिश?

पूरे देश में 1-15 अगस्त के दौरान 107.2 मिमी बारिश हुई है, जो दीर्घावधि औसत (एलपीए) 133.3 मिमी से 19.6 प्रतिशत कम है, जिससे कुल मौसमी वर्षा दीर्घावधि औसत (एलपीए) के 100 प्रतिशत पर पहुँच गई है। हालाँकि, देश के कुल क्षेत्रफल के 9 प्रतिशत हिस्से वाले 4 राज्यों (बिहार, असम, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय) के केवल तीन मौसम विज्ञान उपखंडों में 1 जून से 15 अगस्त के बीच कम बारिश हुई है।

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कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी के बीच किसानों के लिए एडवाइजरी जारी

देशभर में मानसून का दौर जारी है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक देश के कई हिस्सों में अगले कुछ दिनों तक भारी से अति भारी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा. एग्रोमेट डिवीजन ने पूर्वोत्तर और उत्तर भारत के कुछ राज्यों के लिए एडवायजरी जारी की है. एग्रोमेट ने किसानों को चेतावनी के साथ कई अहम सलाह भी दी है

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भारी बारिश

उत्तर गुजरात में भारी बारिश का कहर: बनासकांठा में 10,000 एकड़ खेती की जमीन जलमग्न, किसानों के सपने डूबे

उत्तर गुजरात में मानसून इस बार किसानों के लिए आफत बनकर आया है। बीते दो दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश ने बनासकांठा जिले में तबाही मचा दी है। मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार डीसा तालुका और आसपास के गांवों में करीब 9 इंच बारिश दर्ज की गई है, जिसके चलते खेतों में 5 से 6 फीट तक पानी भर गया है। करीब 10,000 एकड़ उपजाऊ जमीन जलमग्न हो गई है और किसानों की मेहनत का फल – खासकर मूंगफली की फसल – पूरी तरह से नष्ट हो गई है।

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समय से पहले मानसून की बारिश का भारत की कृषि और अर्थव्यवस्था पर क्या असर होगा?

आईएमडी के मुताबिक 2025 में भारत में औसत से ज़्यादा मॉनसून बारिश होने की संभावना है। केरल में मॉनसून समय से पहले ही आ गया। यह तय समय से आठ दिन पहले है। बारिश कृषि और अर्थव्यवस्था के लिए बहुत ज़रूरी है। अच्छी बारिश से खाद्य पदार्थों की कीमतें स्थिर हो सकती हैं। इससे भारतीय रिज़र्व बैंक को ब्याज दरें कम करने में मदद मिल सकती है।

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आईएमडी

Monsoon 2025: IMD का दूसरा पूर्वानुमान..जून-सितंबर के दौरान 106% बारिश की संभावना

आईएमडी ने अपने दूसरे पूर्वानुमान में जून में सामान्य से ज्यादा बारिश की संभावना जतायी है. दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने समय से एक हफ्ते पहले दस्तक दे दी है. महाराष्‍ट्र, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में जमकर बारिश हो रही है. भारतीय मौसम विभाग ने दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के लिए लॉन्ग रेंज फॉरकास्ट का दूसरा पूर्वानुमान जारी किया. दूसरे पूर्वानुमान में जून में सामान्य से ज्यादा बारिश होगी. इस बार 104 फीसदी से ज्यादा बारिश होने की संभावना है. 106 फीसदी लॉन्ग रेंज अनुमान है. 87 सेमी बारिश होने का पूर्वानुमान है. IMD जून के अंतिम हफ्ते में जुलाई की वर्षा का पूर्वानुमान जारी करेगा.

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