Micro Irrigation- Full Information of drip Irrigation

माइक्रो इरिगेशन की ABCD पार्ट 1- ड्रिप इरिगेशन या बूंद-बूंद सिंचाई के फायदे जानिए

माइक्रो इरिगेशन की एबीसीडी- न्यूज पोटली और जैन इरिगेशन की खास सीरीज है, जिसमें आपको बूंद-बूंद सिंचाई विधि यानि Drip Irrigation या स्प्रिंकलर सिंचाई विधि sprinkler irrigation system के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी।

पूरी र‍िपोर्ट
sugarcane farming sugarcane farming with drip irrigation

कम पानी में गन्ने की खेती और ड्रिप इरिगेशन की जरुरत- डॉ. अंकुश चोरमुले

सांगली (महाराष्ट्र)। गन्ना और केला ऐसी फसलें हैं, जिन्हें ज्यादा पानी वाली फसलें माना जाता है। लेकिन क्या आपको पता है गन्ने की फसल को बहुत ज्यादा पानी की जरुरत नहीं होती है। गन्ना विशेषज्ञ और महाराष्ट्र के गन्ना किसान डॉ. अंकुश चोरमुले बता रहे हैं कि कम पानी में गन्ने की खेती कैसे की…

पूरी र‍िपोर्ट
Mahadev Patel and his younger brother inspecting his vegetable farm

तकनीक से तरक्की- पार्ट 4 : ड्रिप इरिगेशन का कमाल, 50-60 लाख की सब्जियां उगाता है किसान

महादेव और उनके भाई को खरगोन समेत पूरे निमाड में सब्जी वाले किसान के रूप में जाना जाता है। उनके खेतों के टमाटर, मिर्च खीरा, देश के कई इलाकों में सप्लाई होता है। महादेव के कंधे से कंधा मिलाकर खेती करने वाले छोटे भाई कहते हैं, पानी, ड्रिप इरीगेशन और उनके भाई की मेहनत ने ये करिश्मा किया है।

पूरी र‍िपोर्ट

तकनीक से तरक्की- पार्ट 3 : इजराइल की तकनीक से राजस्थान में पथरीली जमीन पर उगाया बाग

तकनीक से तरक्की सीरीज के पार्ट-3 में मिलिए राजस्थान में चित्तौडगढ़ के विक्रम आंजना से, जो इंजीनियरिंग करने के बाद खेती करते हैं। उन्होंने इजराइल की तरह ड्रिप इरिगेशन के सहारे पथरीली जमीन में बाग लगाया है।

पूरी र‍िपोर्ट
solar se samriddhi news potli

सोलर से समृद्धि- सोलर पैनल से हमारी 2000 रुपए रोज की बचत हो रही

सोलर से समृद्धि के दूसरे पार्ट में मिलिए उत्तर प्रदेश में बाराबंकी जिले के पटना गांव के किसान और आटा चक्की कारखाना मालिक गौतम प्रसाद मिश्रा और जानिए सोलर से उनके जीवन में आए बदलाव के बारे में। खेती के साथ साथ गौतम जी आटा चक्की कारखाना भी चलाते हैं पर बढ़ते डीजल के दाम…

पूरी र‍िपोर्ट
yadaunandan singh feeling confident after using all agri technoolgy in his field

तकनीक से तरक्की पार्ट 2- धान गेहूं की जगह बागवानी की नई फसलें और टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से कमाई कर रहे यदुनंदन

हमने अपनी खेती को बांट रखा है। एक हिस्से में 30-50 दिन की फसल होती है, तो किसी हिस्से में 3 महीने वाली, किसी खेत में 6 महीने तो किसी में 1 साल से लेकर डेढ़ साल तक वाली। यहां कि हमने जो अगर वुड और सागौन लगाया वो 10 साल में तैयार होंग। ये सब हमें समय- पर पैसे देते रहेंगे।

पूरी र‍िपोर्ट

MSP: गेहूं और सरसों समेत रबी सीजन की 6 फसलों के लिए नई न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी

2023-24 के लिए गेहूं का समर्थन मूल्य 2125 रुपए प्रति कुंटल था। गेहूं की दरों में 150 रुपए प्रति कुंटल की बढ़ोतरी हुई है।

पूरी र‍िपोर्ट
Jain Drip Irrigation automation plant

तकनीक से तरक्की पार्ट- 1 ड्रिप इरिगेशन ऑटोमेशन सिस्टम: 90 एकड़ खेत में सिंचाई और फर्टिगेशन एक साथ

90 एकड़ में अमरुद, केला और लीची के पौधो के लिए सिंचाई और फर्टिगेशन करने का काम बहुत सारे मजदूरों से नहीं बल्कि एक ऑटोमेशन मशीन से ही हो जाता है। हर पौधे को मिल जाता है जरूरत के हिसाब से पौषण और पानी जिससे फसल की बढ़वार एक समान और एक समय पर होती है।

पूरी र‍िपोर्ट
solar power irrigation system renewable energy

सोलर पंप लगवाने के बाद मेरा सिंचाई खर्च जीरो हो गया”  किसान, सोलर से समृद्धि पार्ट 1

Renewable Energy, खासकर सोलर पावर से ग्रामीण इलाकों में बड़ा बदलाव आ रहा है। सोलर पंप से किसानों के सिंचाई के लिए बिजली और डीजल का पैसा बच रहा है, अंधेरे घरों में उजाला हो रहा है। सोलर से आटा चक्की से लेकर कई कुटीर उद्योग चल रहे हैं। सोलर से समृद्धि में ऐसे ही…

पूरी र‍िपोर्ट
papaya orchard in hot sunny day

एडवाइजरीः पपीता के खेत में 24 घंटे से ज्यादा पानी का जलजमाव हुआ तो पौधे का बचना मुश्किल

लगातार हो रही वर्षा पपीता उत्पादक किसानों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। यदि पपीता के खेत समतल नही है। जल की निकास की सुविधा ठीक नहीं है और खेत में पानी 24 घंटे से ज्यादा लग गया तो पपीता के पौधों को बचा पाना बहुत मुश्किल है।

पूरी र‍िपोर्ट