जगदीप धनखड़

किसानों को खाद, बीज व अन्य कृषि लागतों पर अप्रत्यक्ष सब्सिडी देने के बजाय सीधे आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए: उपराष्ट्रपति

देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने एक कार्यक्रम में कहा कि उर्वरकों, बीजों और अन्य कृषि लागत पर अप्रत्यक्ष सब्सिडी देने के बजाय किसानों को सीधे मौद्रिक सहायता मिलनी चाहिए, जिससे उन्हें उर्वरक खरीदने या प्राकृतिक खेती का विकल्प चुनने का विकल्प मिलेगा।उन्होंने ग्रामीण युवाओं को सशक्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि वे भारत की कृषि अर्थव्यवस्था में परिवर्तन लाने का जरिया बन सकें।

पूरी र‍िपोर्ट

‘खाद और अन्य सब्सिडी किसान के खाते में सीधे मिले’….मध्य प्रदेश में ‘कृषि उद्योग समागम’ में और क्या बोले उपराष्ट्रपति धनखड़?

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किसान को हर प्रकार की सहायता सीधा किसान के कहते में देने की बात का समर्थन करते हुए कहा “किसान की आमदनी में उत्थान आएगा जब हर सहायता किसान को सीधी मिलेगी।अमेरिका वो देश है जहां किसान परिवार की आय सामान्य परिवार की आय से ज़्यादा है, इसका एक आधार है कि किसान को सीधी सरकारी सहायता मिलती है। हमारे यहां खाद को लेकर बहुत बड़ी सब्सिडी है, अन्य भी बहुत बड़ी सब्सिडी हैं पर वो indirect है। यदि वो सब सीधी किसान को दी जाए तो मेरा आंकलन है एक आधार पर कि हर किसान को हर साल कम से कम 35,000 रुपए मिलेंगे।

पूरी र‍िपोर्ट
Vice President

किसान के हाथों में राजनीतिक ताकत और आर्थिक योग्यता है; उसे किसी की मदद का मोहताज नहीं होना चाहिए- उपराष्ट्रपति

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि किसान दाता है और उसे किसी की मदद का मोहताज नहीं होना चाहिए।चित्तौरगढ़ में अखिल मेवाड़ क्षेत्र जाट महासभा को सम्बोधित करते हुए उपरष्ट्रपति ने कहा कि किसान की आर्थिक व्यवस्था में जब उत्थान आता है तो देश की व्यवस्था में उद्धार आता है।बाकी किसान दाता है, किसान को किसी की ओर नहीं देखना चाहिए, किसी की मदद का मोहताज किसान नहीं होना चाहिए, क्योंकि किसान के सबल हाथों में राजनीतिक ताकत है, आर्थिक योग्यता है।

पूरी र‍िपोर्ट
उपराष्ट्रपति धनखड़

किसानों का उपराष्ट्रपति धनखड़ को खत- MSP कानून और स्वामीनाथन आयोग को लेकर सरकारों के वादों की दिलाई याद

आज(5 दिसंबर), 10वें दिन किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन खनौरी बॉर्डर पर जारी रहा, आज फतेहगढ़ साहिब व पटियाला से नौजवानों के एक बड़ा जत्था खनौरी मोर्चे पर पहुंचा। हालिया समय में माननीय उपराष्ट्रपति द्वारा किसानों पर दिए गए बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए किसान नेताओं ने कहा कि हम ने आज माननीय उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ जी को एक विस्तृत चिट्ठी तथ्यों के साथ लिखी है

पूरी र‍िपोर्ट