मक्का उत्पादन

Ethanol के कारण बढ़ रही है मक्के की मांग, किसान अच्छी गुणवत्ता वाले बीज के साथ इन बातों पर ध्यान दें तो बढ़ेगा उत्पादन

देश में मक्का उत्पादन बढ़ाने के लिए भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान (IIMR) ने ‘एथेनॉल उद्योगों के जलग्रहण क्षेत्र में मक्का उत्पादन में वृद्धि’ नामक प्रोजेक्ट शुरू किया है. IIMR के न‍िदेशक डॉ. हनुमान सहाय जाट के अनुसार इस प्रोजेक्ट के तहत अच्छी क‍िस्मों के मक्के की बुवाई करवाई जा रही है. इस प्रोजेक्ट के तहत क‍िसानों को मक्के की खेती के फायदे बताए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि साल 2025-2026 तक पेट्रोल में 20 फीसदी एथेनॉल मिलाने का लक्ष्य हासिल करना है तो मक्का उत्पादन बढ़ाने की जरूरत होगी. इसके लिए पैदावार बढ़ाने के लिए क‍िसानों को अच्छी गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध करावाने होंगे. साथ ही वैज्ञान‍िक तौर-तरीके से खेती करवानी होगी.

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सहकारी चीनी मिलों

गन्ना आधारित प्लांट को बहु-फ़ीड आधारित इथेनॉल प्लांट में बदला जाएगा, बढ़ेगा इथेनॉल का उत्पादन

देश में सहकारी चीनी मिलों में गन्ने पर चलने वाला इथेनॉल प्लांट केवल गन्ने के सीजन में ही चलता है और बाकी सीजन में बंद रहता है। सरकार ने इन सहकारी मिलों के गन्ना इथेनॉल प्लांट को मल्टी फीड प्लांट में बदलने के लिए कहा है ताकि हर सीजन में मक्का आदि से इथेनॉल बनाने का काम चलता रहे। इसके लिए सरकार गन्ना आधारित इथेनॉल प्लांट को मल्टी फीड प्लांट में बदलने के लिए लोन पर ब्याज की छूट भी दे रही है। इससे चीनी मिलों को भी फ़ायदा होगा और साथ ही इथेनॉल उत्पादन भी बढ़ेगा।

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सहकारी चीनी मिलों

गन्ना वाले इथेनॉल प्लांट अब मक्के का भी कर सकते हैं इस्तेमाल, लोन और ब्याज पर छूट देगी सरकार

सहकारी चीनी मिलों (सीएसएम) की सुविधा के लिए, भारत सरकार के खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग ने संशोधित इथेनॉल ब्याज अनुदान योजना के तहत सीएसएम के लिए  योजना अधिसूचित की है। इसके तहत उनके गन्ना आधारित मौजूदा फीडस्टॉक इथेनॉल प्लांट को मक्का और क्षतिग्रस्त अनाज (डीएफजी) जैसे अनाज का उपयोग करने के लिए मल्टी-फीडस्टॉक आधारित प्लांटों में बदला जाएगा।

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SUGAR

चीनी उत्पादन 15% घटकर लगभग 27-27.2 मिलियन टन होने का अनुमान

गन्ने में जल्दी फूल आने और प्रमुख राज्यों में कम पैदावार के कारण 2024-25 सीज़न के लिए भारत का चीनी उत्पादन 15% घटकर लगभग 27-27.2 मिलियन टन होने का अनुमान है. मौसम में बदलाव और फसल संक्रमण के कारण हुई इस गिरावट से स्टॉक और बिक्री दर पर असर पड़ने की उम्मीद है.

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सरकार का लक्ष्य- पेट्रोल में बढ़े एथेनॉल की मात्रा, मक्का करेगा मदद…जानिए कैसे?

केंद्र सरकार ने 2025-26 तक पेट्रोल में 20% एथेनॉल ब्लेंडिंग का लक्ष्य रखा है। मुख्यतः गन्ना, मक्का और कटे चावल से एथेनॉल का उत्पादन होता है। लेक‍िन धान और गन्ने की खेती में क्रमशः पानी की खपत ज़्यादा होती है, जबक‍ि मक्के की खेती में बहुत कम पानी लगता है।

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मक्के से बनेगा इथेनॉल, उत्पादन बढ़ाने की मुह‍िम में जुटा IIMR



कृष‍ि मंत्रालय के अनुसार 2022-23 में खरीफ, रबी और ग्रीष्मकालीन तीनों म‍िलाकर कुल 38 म‍िल‍ियन टन मक्का का उत्पादन हुआ था।
देश के 15 राज्यों के 78 ज‍िलों में मक्का उत्पादन बढ़ाने की मुह‍िम शुरू हुई है.

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साल 2024 में मक्के का निर्यात पिछले चार साल में सबसे कम क्यों हो गया है, इसके साथ ही दिनभर की और ज़रूरी खबरें भी जानें

दिनभर की खेती किसानी से जुड़ी खबरों की न्यूज पोटली में आपका स्वागत है। चलिए देखते हैं आज की पोटली में किसानों के लिए क्या क्या नया है। 1.साल 2024 में मक्के का निर्यात पिछले चार साल में सबसे कम रहा है।घरेलू कीमतों में वृद्धि होना इसकी मुख्य वजह बताई जा रही है।
 अगर हम…

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