कपास के उत्पादन

कपास के उत्पादन में भारी गिरावट का अनुमान, आयात भी हुआ दोगुना

भारतीय कपास संघ (CAI) के मुताबिक़ घरेलू कपास उत्पादन में गिरावट के कारण सितंबर में समाप्त होने वाले 2024-25 सीजन के लिए भारत का कपास आयात दोगुना से भी ज़्यादा अधिक बढ़कर 33 लाख गांठ हो गया है, जिनमें से प्रत्येक का वजन 170 किलोग्राम है। पिछले सीजन में भारत का कपास आयात 15.20 लाख गांठ था। आयात में वृद्धि का कारण अनुमानित घरेलू उत्पादन से कम रहने की उम्मीद है, जबकि खपत स्थिर देखी जा रही है।

पूरी र‍िपोर्ट

सरकार ने 25 मार्च तक MSP पर खरीदा 99.41 लाख गांठ कपास, मंत्री ने राज्यसभा में दी जानकारी

केंद्र सरकार ने इस साल 25 मार्च तक किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP ) पर 99.41 लाख गांठ कपास की खरीद की है, जो बाजार में कुल 260.11 लाख गांठ की आवक का हिस्सा है. यह जानकारी कपड़ा राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने राज्यसभा में दी. इसी तरह, सरकार ने 2023-24 में कपास सीजन के दौरान किसानों से कपास खरीदने के लिए MSP स्कीम के तहत 11,712 करोड़ रुपये खर्च किए.

पूरी र‍िपोर्ट
MSP

बाज़ार में MSP से कम कीमत पर बिक रहा कपास, CCI ने कहा किसानों को नुकसान से बचाने के लिए जारी रखेंगे ख़रीद

माँग कम होने की वजह से बाज़ार में कपास का भाव तय न्यूनतम समर्थन मूल्य( MSP) से भी नीचे चला गया है. लेकिन सरकारी खरीद एजेंसी भारतीय कपास निगम (CCI) ने किसानों को नुकसान से बचाने के लिए कपास की MSP पर बंपर खरीद की है. CCI ने कहा है कि किसानों को बाजार में गिरते भाव से बचाने के लिए सभी राज्यों में अभी भी अभी MSP पर खरीद जारी रखी है. आपको बता दें कि कच्चे कपास की कीमतें 6,500 से 7,000 येन प्रति क्विंटल के बीच चल रही हैं जो न्यूनतम समर्थन मूल्य स्तर 7,121 से कम है.

पूरी र‍िपोर्ट
कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (CIA)

CIA ने कहा कम पैदावार से 2024-25 सीज़न में कपास उत्पादन पर असर पड़ेगा

कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (CIA) ने 2024-25 सीज़न के लिए कपास उत्पादन में 301.75 लाख गांठ की कमी का अनुमान लगाया है, जिसका कारण गुजरात और उत्तरी क्षेत्र में कम पैदावार है। उपज में गिरावट के बावजूद, कपास की गुणवत्ता ऊंची बनी हुई है। जनवरी 2025 तक कुल कपास सप्लाई 234 अनुमानित है।

पूरी र‍िपोर्ट
खरीफ की फसल

2024-25 में खरीफ की फसलों का रिकॉर्ड उत्पादन संभव, पढ़िए, इस बार किस फसल की होगी बंपर पैदावार

कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने साल 2024-25 के लिए खरीफ की फसलों की पैदावार को लेकर अनुमान जारी किया है। जिसके मुताबिक इस बार चावल और मक्के की रिकॉर्ड पैदावार हो सकती है। अनुमान है कि चावल का उत्पादन पिछली बार के मुकाबले 66.75 लाख मीट्र‍िक टन बढ़ सकता है। कृषि मंत्रालय ने फसल…

पूरी र‍िपोर्ट

खरीफ सीजन: दलहन, तिलहन और श्री अन्न का बुवाई एरिया बढ़ा लेकिन कपास के एरिया में 11.37 लाख हेक्टेयर की गिरावट

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के आज 2 सितंबर को खरीफ सीजन की फसलों के बुवाई आंकड़े जारी किए हैं. आंकड़ों के मुताबिक़ अभी तक ख़रीफ़ फसल की कुल बुवाई 1087 लाख हेक्टेयर से ज्यादा हो चुकी है.



पूरी र‍िपोर्ट

धान समेत दलहन, तिलहन और गन्ना की बुआई बढ़ी लेकिन कपास और जूट में गिरावट 



ख़रीफ़ फसलों की बुआई इस साल 2 अगस्त तक पिछले साल के मुक़ाबले 25.38 लाख हेक्टेयर अधिक क्षेत्र में हुई है। दलहन, तिलहन, गन्ना, मूंगफली, सोयाबीन और मक्के की बुआई में वृद्धि देखी गयी है वहीं कपास, जूट, बाजरा और रागी फसल की बुआई में कमी आई है।

पूरी र‍िपोर्ट