इकोनॉमिक सर्वे 2023-24: क्या कृषि-क्षेत्र, हमारा उद्धारक बन सकता है?



सर्वे में एक और बात सामने आई है, चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर वी अनंत नागेश्वरन के अनुसार लोगों को एग्रीकल्चरल ऐक्टिविटीज़ से नॉन एग्रीकल्चरल ऐक्टिविटीज़ की ओर ले जाने वाली नेशनल स्ट्रेटेजी एम्प्लॉयमेंट और प्रॉपर्टी का क्रिएशन नहीं कर पा रही है। उनकी सलाह है – ‘जड़ों की ओर लौटें’ और खेती को देश के ग्रामीण युवाओं के लिए फैशनेबल और उपयोगी बनाएं।

पूरी र‍िपोर्ट

भारत में बढ़ा जंगलों का एरिया, चीन फिर भी कैसे आगे है?

संयुक्त राष्ट्र (United Nations) के अंतर्गत एक संस्था है जिसका नाम है खाद्य एवं कृषि संगठन. इस संस्था की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने 2010 से 2020 तक हर साल 2,66,000 हेक्टेयर वन क्षेत्र विकसित किया है और इसी का नतीजा है कि इस अवधि के दौरान सबसे अधिक वन क्षेत्र वाले शीर्ष 10 देशों में भारत को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है.

पूरी र‍िपोर्ट

देश के कई राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी, विस्तार से देखिये अपने शहर का मौसम

देश के लगभग सभी राज्यों में मॉनसून की अच्छी बारिश हो रही है।मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों के दौरान मध्य, पूर्वोत्तर, पूर्वी भारत और उत्तर प्रदेश के कई स्थानों पर भारी बारिश होने का अनुमान लगाया है।

पूरी र‍िपोर्ट

उत्तर प्रदेश में अगले चार दिन तक हो सकती है मूसलाधार बारिश, मुंबई में भी भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट

पूरे देश में इस समय मानसून का असर देखा जा सकता है।मौसम विभाग ने भी भारी तो कहीं बहुत भारी बारिश का ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी किया है।

पूरी र‍िपोर्ट

जून में धान की बुवाई सामान्‍य से 94 फीसदी कम, दाल, तिलहन और कपास का भी रकबा घटा

इस साल जून में देशभर में हुई कम बार‍िश की वजह से खरीफ की मुख्‍य फसल धान का रकबा सामान्‍य से 94% कम रहा।कृषि एवं किसान कल्याण विभाग 5 जुलाई को जारी अपनी र‍िपोर्ट में बताया कि धान की बुवाई 2.2 मिलियन हेक्टेयर (एमएचए) में की गई है। यह आंकड़ा 40.5 एमएचए के सामान्य बुवाई…

पूरी र‍िपोर्ट
iffco abhiyan nano fertilisers

झारखंड में इफको का अभियान, नैनो उर्वरकों की तरफ बढ़ें किसान

इफको यानी इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड ने झारखंड में अपने एक और नए अभियान की शुरुआत की है. इसके तहत नैनो उर्वरकों के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए इफको द्वारा नैनो उर्वरक उपयोग संवर्धन अभियान की शुरुआत हुई है. इसके तहत इफको ने 200 मॉडल नैनो ग्राम समूह (क्लस्टर) चयनित किए हैं.

पूरी र‍िपोर्ट

बाढ़ग्रस्त इलाके में सूखा और सूखे इलाके में बाढ़ क्यों?

क्यों सूखे इलाके में बाढ़ की तस्वीरें हैं और भरपूर पानी वाले इलाकों में सूखा. पिछले दिनों राजधानी दिल्ली से लेकर बिहार तक हमने कई इलाके ऐसे देखे जहां पानी के लिए जद्दोजहद थी और उन्हीं जगहों के दूसरे इलाकों में बाढ़.

पूरी र‍िपोर्ट

आमों की वो 7 किस्में जिनकी खेती कर सकती है मालामाल

गर्मी का मौसम अभी अपने मध्य में है. बारिश दस्तक दे रही है लेकिन मौसम बदलने में अभी बहुत वक्त है. ठीक है, गर्मी हमसे कई सारे समझौते कराती है लेकिन अपने साथ एक नायाब फल भी लाकर देती है – वह है आम. साल भर में महज तीन चार महीने मिलने वाले इस फल…

पूरी र‍िपोर्ट

फसलों की बुवाई रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ी, महंगाई से मिलेगी निजात?

मॉनसून की बारिश में भले देरी हुई हो लेकिन फसलों की अब तक हुई बुवाई के आँकड़े राहत की ओर इशारा कर रहे हैं और रिकॉर्ड स्तर पर बुवाई के ये आँकड़े आने वाले दिनों में आम आदमी को महंगाई से कुछ निजात मिलने की उम्मीद भी देते हैं. पढिए, कैसे?

पूरी र‍िपोर्ट
driverless tractor

बिना ड्राइवर का ट्रैक्टर लेकिन फायदे हज़ार

वो ज़माना तो लगभग जा ही चुका है जब बैलों के जरिए खेती होती थी लेकिन लग रहा है कि अब ट्रैक्टर चलाने के लिए ड्राइवर की भी ज़रूरत खत्म होने वाली है और टेक्नोलॉजी खेती में नए नए अध्याय जोड़ रही है. महाराष्ट्र के अकोला में रहने वाले किसान विजेंद्र वरोकार ने कुछ ऐसा ही किया है कि वो चर्चा में आ गए हैं. उन्होंने अपने ट्रैक्टर मे एक ऐसी जर्मन तकनीक का इस्तेमाल किया है कि उनका ट्रैक्टर ड्राइवर रहित हो गया है. यह ट्रैक्टर बगैर किसी इंसान के खुद ही खेत की जुताई कर सकता है. इसके अलावा जुताई के साथ साथ यह बीजों की बुवाई में भी सक्षम है.

पूरी र‍िपोर्ट