आईएमडी

Monsoon 2025: IMD का दूसरा पूर्वानुमान..जून-सितंबर के दौरान 106% बारिश की संभावना

आईएमडी ने अपने दूसरे पूर्वानुमान में जून में सामान्य से ज्यादा बारिश की संभावना जतायी है. दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने समय से एक हफ्ते पहले दस्तक दे दी है. महाराष्‍ट्र, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में जमकर बारिश हो रही है. भारतीय मौसम विभाग ने दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के लिए लॉन्ग रेंज फॉरकास्ट का दूसरा पूर्वानुमान जारी किया. दूसरे पूर्वानुमान में जून में सामान्य से ज्यादा बारिश होगी. इस बार 104 फीसदी से ज्यादा बारिश होने की संभावना है. 106 फीसदी लॉन्ग रेंज अनुमान है. 87 सेमी बारिश होने का पूर्वानुमान है. IMD जून के अंतिम हफ्ते में जुलाई की वर्षा का पूर्वानुमान जारी करेगा.

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भारत

Bharat Forecast System: भारत ने लांच किया दुनिया का सबसे उच्च-रिज़ॉल्यूशन वाला मौसम मॉडल, मौसम की मिलेगी सटीक जानकारी

भारत ने भारत पूर्वानुमान प्रणाली शुरू की है। यह प्रणाली अत्यधिक स्थानीयकृत मौसम पूर्वानुमान देगी। यह 6 किलोमीटर के रिज़ॉल्यूशन का उपयोग करती है, जो वैश्विक स्तर पर उच्चतम रिज़ॉल्यूशन है। यह प्रणाली सुपरकंप्यूटर अर्का का उपयोग करती है। यह आपदा प्रबंधन के लिए पूर्वानुमानों में सुधार करेगी। यह कृषि और जल संसाधन प्रबंधन में भी मदद करेगी।

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मौसम विभाग

केरल और महाराष्‍ट्र के लिए IMD का रेड अलर्ट… दिल्ली-एनसीआर में आज भी होगी बारिश, जानिए क्या है मॉनसून हाल

कल, 24 मई को दिल्ली-एनसीआर में तेज हवाओं और आंधी के साथ भारी बारिश हुई जिससे लोगों को गर्मी से काफी राहत मिली. शनिवार को आईएमडी की तरफ से राजधानी और आसपास के क्षेत्रों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया था. आज के लिए मौसम विभाग ने केरल और महाराष्‍ट्र के कई जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. इन शहरों में अगले कुछ दिनों में भारी बारिश, आंधी और तेज हवाएं चलने की संभावना है. दक्षिण-पश्चिम मानसून ने आधिकारिक तौर पर सामान्य से पहले ही केरल में दस्‍तक दे दी है. वहीं उत्‍तर भारत में भी राजधानी दिल्‍ली समेत कई राज्‍यों में बारिश का अनुमान है. दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश में शनिवार को हुई तेज बारिश और बाढ़ के कारण काफी नुकसान हुआ है.

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उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्से में 10 मई को तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है।

भारत के अलग-अलग हिस्सों में अगले कुछ दिन कैसा रहेगा मौसम का मिजाज़?

भारत में अगले कुछ दिन कहीं बारिश होने की संभावना है, तो कहीं आंधी-तूफान के साथ आकाशीय बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्से में 10 मई को तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि, 10 और 11 मई…

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उत्तर प्रदेश में बाराबंकी समेत कई जिले के तरबूज किसान संकट में हैं। इस बार उनकी फसल अप्रैल के महीने में ही सूख गई है।

मौसम या बीमारी का प्रकोप, क्यों खराब हो गई तरबूज की फसल?

बाराबंकी ( उत्तर प्रदेश)। “इस बार मैंने 5 एकड़ में तरबूज़ की खेती की थी, जिसकी लागत करीब 6 लाख रुपये आई। मुझे उम्मीद थी कि, इस बार 15 लाख रुपये के करीब फसल बिकेगी, लेकिन फसल जिस तरह बर्बाद हुई है, उससे एक लाख रुपये निकालना भी मुश्किल है,” ये कहना है बाराबंकी के…

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मौसम विभाग

मध्य और पूर्वी भारत में बारिश-ओलावृष्टि को लेकर अलर्ट, इन क्षेत्रों में बढ़ेगा तापमान

मौसम विभाग ने अगले 3 दिनों के दौरान मध्य और उससे सटे पूर्वी भारत में मध्यम से भारी बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई है। इसके अलावा मौसम विभाग ने अगले 7 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी का अनुमान जताया है।

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देश के इन राज्यों में बारिश-ओलावृष्टि का अलर्ट, IMD का अनुमान इस क्षेत्र में बढ़ेगा तापमान

जलवायु परिवर्तन के कारण भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है. देश के कुछ हिस्सों में बारिश हो रही है तो कुछ हिस्सों में तापमान सामान्य से ज़्यादा है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने देश में मौसम की स्थिति पर अनुमान जारी किया है. मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक़ अगले 4-5 दिनों के दौरान महाराष्ट्र, आंतरिक कर्नाटक, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में गरज और बिजली के साथ 40-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा (आंधी) चलने और ओलावृष्टि होने की आशंका है. वहीं 1 अप्रैल यानी आज सौराष्ट्र और कच्छ में अलग-अलग जगहों पर लू चलने की संभावना है.

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भारतीय खेती

विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं और बीजों की नई किस्मों के बावजूद, भारतीय खेती मानसूनी बारिश पर निर्भर : RBI

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अत्यधिक या कम बारिश जैसी मौसम की चरम स्थितियों के कारण फसलों को भारी नुकसान हो रहा है, जिससे पैदावार में कमी आ रही है। इतना ही नहीं, उपज की गुणवत्ता भी कम हो रही है। रिपोर्ट में बताया गया है कि जून और जुलाई के महीनों में अपर्याप्त वर्षा से अनाज और दालों के उत्पादन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है जबकि तिलहन फसलें भी कटाई (अगस्त-सितंबर) के दौरान अत्यधिक वर्षा से विशेष रूप से प्रभावित होती हैं।

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यूरोपीय संघ की कॉपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस की रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल 2025 पूरी दुनिया के लिए अब तक का दूसरा सबसे गर्म अप्रैल रहा।

Climate Change: बढ़ता तापमान और घटते संसाधन से कैसे निपटेगा भारत?

पिछले एक दशक में पूरी दुनिया में जलवायु परिवर्तन ने असर डाला है। भारत भी इससे अछूता नहीं है। भारत में सर्दियों के दिन घट रहे। गर्मियों के दिन बढ़ते जा रहे हैं। 2025 को ही ले लीजिए, वक्त से पहले ही गर्मी आ गई। फरवरी में तापमान औसत से ज्यादा रहा, और मार्च में…

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यूपी पार्टनरशिप कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीएसआर अपनाने वाले 5 किसानों को किया सम्मानित

लखनऊ (यूपी)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी पार्टनरशिप कॉन्क्लेव में कम पानी में धान की खेती करने वाले 5 किसानों को सम्मानित किया। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी के पास देश की 11 फीसदी कृषि लायक जमीन है, जबकि देश की 17% आबादी प्रदेश में निवास करती है…

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