राइजिंग राजस्थान

कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान उसकी आत्मा, ‘राइजिंग राजस्थान’ में बोले कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान

किसान सबसे बड़ा उत्पादक भी है और सबसे बड़ा उपभोक्ता भी है। कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान उसकी आत्मा।खेती के बिना देश आगे नहीं बढ़ सकता। भारत 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और हम जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेंगे। इसमें कृषि का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा।कृषि के विकास और किसानों के कल्याण के लिए हमारी 6 सूत्रीय रणनीति है। जयपुर, राजस्थान में आयोजित ‘राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट’ में बोले केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान।

पूरी र‍िपोर्ट
13वें बीज कांग्रेस में शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसानों को हर हाल में अच्छी गुणवत्ता की खाद, बीज और कीटनाशक मिलना सुनिश्चित किया जाना चाहिए।

क्या है सरकार का ‘लैब टू लैंड कॉनसेप्ट’ और कैसे इससे किसानों को फायदा होगा?

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों को लेकर बड़ी बात कही है। 13वें बीज कांग्रेस में उन्होंने कहा कि किसानों को हर हाल में अच्छी गुणवत्ता की खाद, बीज और कीटनाशक मिलना सुनिश्चित किया जाना चाहिए। इसके लिए “लैब टू लैंड” कॉनसेप्ट पर काम हो रहा है। जलवायु के अनुकूल किस्में विकसित की…

पूरी र‍िपोर्ट

किसानों से खेती से संबंधित कई विषयों पर गंभीरता से चर्चा हुई, कई रचनात्मक सुझाव दिये : कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसान और किसान संगठनों से संवाद के क्रम में 17 अक्टूबर को नई दिल्ली में किसान संगठनों और उनके सदस्यों व अलग-अलग राज्यों के अनेकों किसान प्रतिनिधियों व किसानों से चर्चा की।

पूरी र‍िपोर्ट

‘मैं पूरा प्रयत्न करूंगा कि किसान कैसे आगे बढ़ें और कृषि क्षेत्र की हालत कैसे ठीक हो’-कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने किसान और किसान संगठनों से संवाद के क्रम में सोमवार को नई दिल्ली में किसान संगठनों के सदस्यों से चर्चा की। श्री चौहान ने किसान महापंचायत के प्रमुख और उनके संघ के अलग-अलग राज्यों के अनेकों किसान प्रतिनिधियों व किसानों का स्वागत किया। किसान संगठनों ने कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की व सुझाव दिये।

पूरी र‍िपोर्ट

मध्य प्रदेश के किसानों को मिली बड़ी राहत.. MSP पर खरीदी जाएगी सोयाबीन, कृषि मंत्री ने दी अनुमति 



केंद्र सरकार ने सोयाबीन फसल की MSP पर खरीद की अनुमति दे दी है। केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से बात कर कहा कि मध्य प्रदेश के सोयाबीन किसान परेशान न हों उनकी फसल MSP पर ही खरीदी जाएगी। इसके लिए अनुमति मिल गई है।



पूरी र‍िपोर्ट

लॉन्च हुआ AgriSure और Krishi Nivesh Portal, कृषि क्षेत्र में स्टार्टअप्स को मिलेगा बढ़ावा



केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कल 3 सितंबर को नई दिल्ली में एग्रीश्योर (AgriSure)फंड और कृषि निवेश पोर्टल लॉन्च किया.इसका उद्देश्य कृषि क्षेत्र में स्टार्टअप्स और नये विचार को बढ़ावा देना है. सरकार ने देश में कृषि क्षेत्र में नये विचार को बढ़ावा देने के लिए अब तक 7,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है.




पूरी र‍िपोर्ट

कृषि-बजट: सरकार ने मारी बाजी या फिर चूक गए चौहान?

एक बार फिर सत्ता के गलियारों में किसानों की भलाई का जिक्र बड़े जोर-शोर से किया जा रहा है। जी हां केंद्र सरकार ने हाल ही में 13,966 करोड़ रुपये की सात योजनाओं का ऐलान किया, जिसका मकसद कथित तौर पर किसानों की आय बढ़ाना और उनके जीवन में सुधार लाना है।

पूरी र‍िपोर्ट

मध्य प्रदेश में सोयाबीन के बाद उड़द की किसान ने जोती फसल, मंदसौर में 6 बीघा उड़द पर चलाया रोटावेटर

मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के मल्हारगढ़ क्षेत्र में किसान फसलों के वाजिब दाम नही मिलने से काफी परेशान हैं। ऊपर से उड़द की फसल में अफलन और इल्लियों व पिलामोजेक के प्रकोप के कारण किसान परेशान होकर अपनी खड़ी फसल को नष्ट करने को मजबूर हो गये हैं।

पूरी र‍िपोर्ट

MSP, बीजों की नई क़िस्म और सिंचाई की समस्या पर क्या बोले कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान?

देश भर में MSP गारंटी कानून को लेकर अलग-अलग जगहों पर किसानों के प्रदर्शन के बीच बिजनेस टुडे को दिए एक इंटरव्यू में देश के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने MSP पर खुल कर बात की. उन्होंने कहा कि किसानों को MSP देना बिल्कुल जरूरी है, इस में किसी को कोई शंका नहीं होनी…

पूरी र‍िपोर्ट

‘आसियान-भारत फेलोशिप’ की शुरुआत, कृषि क्षेत्र में पढ़ाई-रिसर्च की राह होगी आसान

केंद्रीय कृष‍ि मंत्री श‍िवराज स‍िंह चौहान ने पूसा, द‍िल्ली में आयोज‍ित एक कार्यक्रम में ‘आसियान-भारत फेलोशिप’ लॉन्च किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान इसके प्राण हैं। आज भी हमारी बड़ी आबादी खेती से ही रोजगार प्राप्त करती है।

पूरी र‍िपोर्ट