किसान नेता

खनौरी बॉर्डर पर 25 दिन से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह की अचानक बिगड़ी तबीयत

दिल्ली। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की तबीयत अचानक बिगड़ गई है। वे पिछले 25 दिनों से खनौरी बॉर्डर पर MSP गारंटी कानून समेत 13 मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर थे। संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि नाजुक हालत होने के बावजूद किसान नेता जगजीत सिंह वीडियो कॉन्फ्रेंस सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही से जुड़े थे, लेकिन उन्हें अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया गया। उन्होंने अपनी भावना लिखित रूप में ईमेल और डाक/पोस्ट के माध्यम से माननीय सुप्रीम कोर्ट को भेज दी है।

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भारतीय गेहूं और जौ अनुसंधान संस्थान ने गेहूं की बुआई के लिए जारी की एडवाइजरी

लखनऊ । अगर आप गेहूं के किसान है और गेंहू बोआई करने वाले है तो ये ख़बर आपके लिए हैं। बदलते मौसम क देखते हुए भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान, करनाल ने गेहूं के किसानों के लिए जो एडवाइजरी जारी की है साथ ही कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए है। इन सुझावों का पालन…

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शिवराज सिंह

‘मोदी सरकार MSP पर खरीदेगी सभी कृषि उत्पाद’, राज्यसभा में बोले कृषिमंत्री शिवराज सिंह चौहान 

नई दिल्ली: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य सभा में किसान आंदोलन और MSP पर मोदी सरकार का पक्ष रखा और कहा कि सरकार सभी कृषि उपज को MSP ख़रीदेगी। उन्होंने MSP पर मोदी सरकार के रिकॉर्ड का बचाव किया, उत्पादन लागत पर 50% लाभ मार्जिन के बारे में बात की।इसके अलावा कृषि मंत्री ने ऋण माफी के बजाय आय वृद्धि पर जोर दिया।

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पपीता और हरी मिर्च की खेती से सालाना 80-90 लाख रुपए कमा रहा महाराष्ट्र का ये किसान

मेरे परिवार के पास पहले सिर्फ 4 एकड़ जमीन थी, जिसमें कपास आदि की खेती होती थी, लेकिन उसमें कुछ बचता नहीं था। फिर हमने पपीता और मिर्च की खेती शुरू की, जिससे मुझे बहुत फायदा हुआ। अब मेरे पास 32 एकड़ जमीन है और साल में 80-90 लाख रुपए का मुनाफा कमा लेता हूं

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13वें बीज कांग्रेस में शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसानों को हर हाल में अच्छी गुणवत्ता की खाद, बीज और कीटनाशक मिलना सुनिश्चित किया जाना चाहिए।

क्या है सरकार का ‘लैब टू लैंड कॉनसेप्ट’ और कैसे इससे किसानों को फायदा होगा?

सरकार किसानों को क्वालिटी का बीज मुहैया कराने के लिए लैब टू लैंड कॉनसेप्ट पर काम कर रह है। कैसे इस कॉनसेप्ट से किसानों को फायदा होगा? जानने के लिए पढ़िए पूरी खबर

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यूपी पार्टनरशिप कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीएसआर अपनाने वाले 5 किसानों को किया सम्मानित

लखनऊ (यूपी)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी पार्टनरशिप कॉन्क्लेव में कम पानी में धान की खेती करने वाले 5 किसानों को सम्मानित किया। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी के पास देश की 11 फीसदी कृषि लायक जमीन है, जबकि देश की 17% आबादी प्रदेश में निवास करती है…

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भारत एक कृषि प्रधान देश हैं और यहां की आधी से ज्यादा आबादी कृषि पर ही निर्भर है। पिछले कुछ सालों में एक तरफ जहां बड़ी तादाद में किसानों का खेती-किसानी से मोह भंग हुआ है

कृषि में कमाल करने वाले भारत के 10 राज्य

भारत एक कृषि प्रधान देश हैं और यहां की आधी से ज्यादा आबादी कृषि पर ही निर्भर है। पिछले कुछ सालों में एक तरफ जहां बड़ी तादाद में किसानों का खेती-किसानी से मोह भंग हुआ है, तो दूसरी तरफ वो तादाद भी कम नहीं, जब पढ़े-लिखे युवाओं का रुझान इस तरफ बढ़ा है। कई नौजवान…

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जानकारों का मानना है कि अगर इस दिशा में ठीक तरीके से काम किया गया तो, एग्रेकल्चर सेक्टर को दोबारा बेहतर बनाया जा सकता है।

खेती-किसानी के भी अच्छे दिन आने वाले हैं?

किसानों की बेहतरी के लिए सरकारें तो अपने स्तर काम करती ही रहती हैं, लेकिन पिछले कुछ सालों में किसान भी इस दिशा में काम कर रहे हैं। वो खेत-किसानी में नई टेक्नोलॉजी, नए तरीकों को अपना रहे हैं। जानकारों का मानना है कि अगर इस दिशा में ठीक तरीके से काम किया गया तो,…

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ट्वेंट यूनिवर्सिटी के एक रिसर्च में ये पता चला है कि दुनिया में मुख्य फसलों को उगाने के लिए पानी की खपत में एतिहासिक बदलाव हुआ है।

सिंचाई में हर साल इस्तेमाल हो रहा सात ट्रिलियन क्यूबिक मीटर पानी: रिसर्च

क्या आप जानते हैं दुनिया भर में फसल उगाने के लिए हर साल करीब सात ट्रिलियन क्यूबिक मीटर का पानी का इस्तेमाल होता है। ट्वेंट यूनिवर्सिटी के एक रिसर्च में ये पता चला है कि दुनिया में मुख्य फसलों को उगाने के लिए पानी की खपत में एतिहासिक बदलाव हुआ है। फसलों को उगाने के…

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कानपुर के वैज्ञानकों ने गेहूं की नई प्रजाति K-2010 तैयार की है। अगले साल से इसका बीज भी मिलना शुरू हो जाएगा। इस प्रजाति का गेहूं सिर्फ 125 दिनों में तैयार हो जाएगा।

गेहूं की नई प्रजाति K-2010, फसल 125 दिनों में तैयार होगी, पैदावार भी ज्यादा

गेहूं की बुवाई का मौसम है। अगर आप भी गेंहू की खेती करते हैं, तो आपके लिए एक अच्छी खबर है। कानपुर के वैज्ञानिकों ने गेहूं की नई प्रजाति तैयार की है। इसका नाम K-2010 रखा गया है। ये प्रजाति कीट और रोगों से तो सुरक्षित रहेगी ही, साथ ही फसल का उत्पादन भी बढ़ेगा।…

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