उत्तर प्रदेश: पेराई सत्र 2023-24 के लिए गन्ना सट्टा एवं आपूर्ति नीति जारी
गन्ना कृषकों की बढ़ रही उपज दृष्टिगत प्रति हेक्टेयर सट्टे की सीमा में की गयी बढ़ोत्तरी
गन्ना कृषकों की बढ़ रही उपज दृष्टिगत प्रति हेक्टेयर सट्टे की सीमा में की गयी बढ़ोत्तरी
फसल में कीट-पंतगों के अटैक से फसल बर्बाद हो रही, उसे रोकने के लिए किसान बाजार से तरह तरह के कीटनाशक का छिड़काव करता रहता हैं। इन सब से किसान की लागत में भी बढ़ोत्तरी आ रही है। किसान कीटनाशक के बजाय IPM पर इन्वेस्ट करे तो अपनी लागत में कमी ला सकता है।
महाराष्ट्र का ये युवा किसान अपने खेतों में प्रति एकड़ 1000 कुंटल से ज्यादा गन्ना पैदा करता ही है और यही तकनीकी दूसरे किसानों को सिखाता भी है। महाराष्ट्र और भारत के दूसरे राज्य ही नहीं, नेपाल तक के किसान उनसे ज्यादा गन्ना पैदा करने के लिए ट्रेनिंग लेने आते हैं।
किसान भाइयों अनार का पौधा एक बार लगाने पर 25 साल तक फल देता है। यानि इसकी खेती में पहले साल लागत आती है, उसके बाद मुनाफा ही मुनाफा।
अनार का पौधा 2 से 4 साल में फल देने लगता है। इसके फल 120 से 180 दिन में तैयार होते है।
सर्जन की प्रक्रिया बस खेती में होती है, न तो किसी कारखाने में होती है और न किसी व्यवसाय में।
फेरीवाले से बढ़कर आज बैजनाथ प्रजापति ने निजामाबाद मार्केट में अपना एक शोरूम खोल लिया है। सरकार की एक पहल ODOP (one district one product) के तहत उनका मिट्टी के बर्तन का काम और बढ़ गया।
14201, 13235, 15023 के साथ ही C0-118, C0-238, कोसा 8272, कोसा 13231, 15207, 15466 समेत कई उन्नतशील किस्मों की बुवाई करते हैं हिंमाशु नाथ सिंह
गन्ना किसानों के अगले 45-60 दिन हैं महत्वपूर्ण, 15 मार्च से मई तक बोरर कीटों से गन्ने की फसल को कैसे बचाएं?
लखनऊ (उत्तर प्रदेश)। किसानों को मेंथा के रुप में कैश क्रॉप देने वाले सीमैप के किसान मेले के पहले दिन कई राज्यों के किसानों को मेंथा (पिपरमिंट) की उन्नत किस्मों का वितरण किया गया। किसान मेले का उद्घाटन प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने किया। इस दौरान उन्होंने किसानों की आमदनी को बढ़ाने…