कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि प्रदेश में चालू खरीफ सीजन के लिए 15.96 लाख मीट्रिक टन (एमटी) यूरिया और 5.87 लाख मीट्रिक टन फॉस्फेटिक उर्वरकों का पर्याप्त स्टॉक है।
देश भर में खरीफ फसल की बुवाई जारी है। कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में खरीफ की बुवाई 13 जून 2025 तक 89.29 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गई है। यह पिछले साल की इसी अवधि से 1.48 लाख हेक्टेयर ज्यादा है। इस बीच, केंद्रीय कृषि मंत्री चौहान ने मीडिया से बातचीत में कहा कि खाद-बीज की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त कानून बनाए जाएंगे। किसानों के साथ धोखाधड़ी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इसी क्रम में सभी राज्य सरकारें अपने प्रदेश में पर्याप्त खाद सुनिश्चित कर रही हैं।
अनावश्यक स्टॉकिंग ना करें किसान
उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में यूरिया और फॉस्फेटिक उर्वरकों का स्टॉक होने की बात कही है।कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों को बिना रुकावट उर्वरक आपूर्ति सुनिश्चित कर रही है और कालाबाजारी पर नकेल कस रही है। उन्होंने कहा कि सरकार केंद्र के साथ मिलकर प्रदेश में उर्वरकों की उपलब्धता पर बारीकी से नजर रखे हुए है। कृषि मंत्री ने किसानों से भारत यूरिया या भारत डीएपी जैसे ब्रांड नामों से भ्रमित नहीं होने की सलाह दी। उन्होंने साफ किया कि सभी स्वीकृत उर्वरक ब्रांड एक जैसी गुणवत्ता मानकों को पूरा करते हैं। उन्होंने चालू खरीफ सीजन की जरूरत के हिसाब से किसानों से उर्वरक खरीदने और अनावश्यक स्टॉकिंग से बचने का भी आग्रह किया है।
ये भी पढ़ें – अमेरिका तक पहुंचा बिहार का मखाना, औसतन उत्पादन 16 क्विंटल से बढ़कर 28 क्विंटल प्रति हेक्टेयर हुआ
इनके खिलाफ होगी कार्रवाई
कृषि मंत्री ने बताया कि उर्वरकों की कालाबाजारी, अधिक कीमत वसूलने, उत्पादों की अवैध टैगिंग और सब्सिडी वाले नीम-लेपित यूरिया के दुरुपयोग के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। जिला मजिस्ट्रेटों को समय – समय पर छापेमारी (खासकर प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में) करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्लाईवुड, पेंट या पोल्ट्री फीड के लिए सब्सिडी वाले यूरिया का उपयोग करने वाली इकाइयों पर एफआईआर और सख्त दंड लगाया जाएगा।
इस नंबर पर करें शिकायत
मंडल स्तर के हिसाब से उर्वरक के स्टॉक पर बात करते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि लखनऊ, कानपुर, बरेली, गोरखपुर और अयोध्या समेत प्रदेश के सभी 18 मंडलों में अभी और आने वाले निकट समय की मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त उर्वरक उपलब्ध है।
कई बार उर्वरक के विक्रेता किसानों को जबरन अलग से उत्पादों की खरीद का दबाव बनाते हैं। ऐसा होने पर किसान जिला कृषि कार्यालय या उर्वरक नियंत्रण कक्ष 0522-2209650 पर अपनी शिकायत दे सकते हैं।
ये देखें –
पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।