सोलर से समृद्धि के दूसरे पार्ट में मिलिए उत्तर प्रदेश में बाराबंकी जिले के पटना गांव के किसान और आटा चक्की कारखाना मालिक गौतम प्रसाद मिश्रा और जानिए सोलर से उनके जीवन में आए बदलाव के बारे में। खेती के साथ साथ गौतम जी आटा चक्की कारखाना भी चलाते हैं पर बढ़ते डीजल के दाम से उनकी आमदनी में कोई बढोत्तरी नहीं हो रही थी। जानकारी जुटा करके करीब 1 साल पहले उन्होनें अपनी घर की छत पर 13 KW का सोलर प्लांट लगवाया और उसी से ही आटा चक्की चलाने लगे। वीडियो नीचे देखिए
आटा चक्की चलाने के लिए बिजली और डीजल का कोई खर्च नहीं था तो पिसाई का रेट 1 रुपए प्रति किलों कर दिया, देखते ही देखते 26 से 28 गांव के लोग अब गौतम जी के कारखाने मेंं ही पिसाई करवाने आते हैं। इस तरह बिना किसी बिजली और डीजल के वो दिन में 8 से 10 कुंटल गेहूं की पिसाई करते हैं। गौतम जी आगे बतात हैं कि इस आटा चक्की और सोलर को देखने लोग दूर दूर से आते हैं। अब तो कई लोगों ने खेत में सिंचाई के लिए प्लांट लगवाया है और सरकारी सब्सिडी का लाभ उठा रहे हैं। अब हम छोटी सी जगह में अपने लिए एक सोलर से संचालित कोल्ड स्टोरेज खोलना चाहते हैं जिसमें हम अपनी आलू की फसल रख सके।
सोलर से समृद्धि का पार्ट 1 यहां देखिए
सोलर से समृद्धि- भारत के ग्रामीण इलाकों में सौर ऊर्जा से होने वाले बदलाव की कहानियां हैं। Solar Se Sarmriddhi न्यूज पोटली और सोलर एनर्जी सोसायटी आफ इण्डिया Solar Energy Society of India का साझा प्रसाय है। इस सीरीज में आप देख पाएंगे कि Renewable Energy ग्रामीण इलाकों में कैसे-कैसे बदलाव ला रही है। किसानों को सिंचाई के लिए महंगे डीजल और बिजली के बिल से छुटकारा मिल रहा है. गांव और कस्बों में कई लघु उद्योग सौर उर्जा से चलने लगे हैं। अगर आप Renewable Energy क्षेत्र में काम करने वाली संस्था, कंपनी हैं तो इस मुहिम में भागीदार बन सकते हैं। संपर्क करें- Solar Energy Society of India- Email- info@sesi.in Moblie- 9355155775 News Potli – Email- NewsPotlioffice@gmail.com , Mobile- 9369592964