आरबीआई (RBI) ने शुक्रवार (6 दिसंबर) को बढ़ती महंगाई से किसानों को राहत देने के लिए अब बिना गारंटी के दो लाख रुपये तक का कर्ज उपलब्ध कराने की घोषणा की है। अभी तक यह 1.6 लाख रुपये थी।
महँगाई से परेशान किसानों के लिए ये राहत की खबर है। आपको बता दें कि RBI गवर्नर शक्तिकान्त दास ने मौद्रिक नीति समीक्षा की जानकारी देते हुए बुधवार को कहा कि महँगाई और कृषि में उपयोग होने वाले कच्चे माल की लागत में वृद्धि को देखते हुए गारंटी मुक्त कृषि ऋण की सीमा को 1.6 लाख रुपये से बढ़ाकर दो लाख रुपये करने का निर्णय किया गया है।इसके अलावा केंद्रीय बैंक ने CRR (कैश रिजर्व रेश्यो) को 4.5 प्रतिशत से घटाकर 4 प्रतिशत कर दिया है। जबकि रेपो (Repo rate) में कोई बदलाव नहीं किया गया है जो की 6.5 प्रतिशत है। इसके साथ ही GDP ग्रोथ का अनुमान 7.2 प्रतिशत से घटाकर 6.6 प्रतिशत कर दिया है। और महँगाई दर को 4.5 प्रतिशत बढ़ाकर 4.8 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है।
RBI गवर्नर ने और क्या कहा?
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने किसानों के लिए बिना किसी गारंटी के 2 लाख रुपये का तक का लोन उपलब्ध कराने की घोषणा की है। केंद्रीय बैंक ने बढ़ती महंगाई से परेशान किसानों को राहत पहुचने के उद्देश्य से यह फैसला किया है।
दास ने कहा कि इससे वित्तीय संस्थानों से कर्ज लेने को लेकर छोटे और सीमांत किसानों का दायरा बढ़ेगा। आपको बता दें कि RBI ने 2010 में कृषि क्षेत्र को बिना किसी गारंटी के एक लाख रुपये देने की सीमा तय की थी। बाद में, 2019 में इसे बढ़ाकर 1.6 लाख रुपये कर दिया गया था। गवर्नर ने कहा कि इस संबंध में परिपत्र जल्द ही जारी किया जाएगा।
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क्या है बिना गारंटी का कृषि लोन?
बिना गारंटी का कृषि लोन वह लोन होता है जो किसानों को बिना किसी संपत्ति को गिरवी रखे दिया जाता है। पहले किसानों को लोन लेने के लिए अपनी जमीन या अन्य संपत्ति को गिरवी रखना होता था। लेकिन अब यह नियम बदल गया है और किसान बिना किसी गारंटी के लोन ले सकते हैं।
आरबीआई ने यह फैसला किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने और कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए लिया है। इस फैसले से किसानों को खेती के लिए जरूरी लागत जैसे बीज, खाद और सिंचाई आदि के लिए आसानी से लोन मिल सकेगा।
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