देशभर में अब खरीफ फसल की बुवाई की शुरुआत होने वाली है. किसान खरीफ की मुख्य फसल धान की बुवाई की तैयारी में जुट गये हैं. इसी बीच पंजाब सरकार ने धान की बुवाई को लेकर किसानों से अपील की है कि वे डीएसआर तकनीक से सीधी बुवाई करें. इससे ग्राउंडवाटर बचेगा और फसल की लागत भी कम होगी. आपको बता दें कि इस साल राज्य सरकार ने 5 लाख एकड़ में सीधी बुवाई का लक्ष्य रखा है. और इस तकनीक से बुवाई करने वाले किसानों को 1500 रुपये प्रति एकड़ की राशि देने की योजना भी बनायी है.
अपने एक बयान में सीएम मान ने कहा कि उनके पद का कार्यभार संभालने के बाद उनकी सरकार ने किसानों के हितों की रक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिये हैं. मान ने कहा कि इसी प्रयास के तहत राज्य सरकार ने धान की खेती की डीएसआर तकनीक को प्रोत्साहित किया है, जिसके तहत गुरुवार को इस योजना के तहत बुवाई शुरू कर दी गई है. मान ने कहा कि उनकी सरकार ने इस खरीफ सीजन के दौरान पांच लाख एकड़ जमीन को डीएसआर तकनीक के तहत लाने का लक्ष्य रखा है.
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इसके दो उद्देश्य
किसानों से इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाने का आग्रह करते हुए सीएम ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य एक तरफ टिकाऊ कृषि को बढ़ावा देना है और दूसरी तरफ भूजल का संरक्षण करना है. मान ने आगे कहा कि राज्य सरकार डीएसआर अपनाने के लिए प्रत्येक किसान को 1,500 रुपये प्रति एकड़ की वित्तीय सहायता दे रही है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025-26 में इस उद्देश्य के लिए 40 करोड़ रुपये का बजटीय आवंटन भी रखा है.
30 जून तक होंगे रजिस्ट्रेशन
उन्होंने कहा कि इसमें रुचि रखने वाले किसान 10 मई से 30 जून तक ऑनलाइन पोर्टल पर डीएसआर योजना के लिए पंजीकरण करा सकते हैं. सीएम ने कहा कि इस योजना से राज्य में 15-20 प्रतिशत भूजल की बचत होगी, साथ ही कृषि पर अतिरिक्त खर्च भी बचेगा. मान ने कहा कि डीएसआर तकनीक भूजल स्तर को कम करने में मदद करने के अलावा प्रति एकड़ लगभग 3,500 रुपये की मजदूरी लागत भी कम करती है.
धान बुवाई का डीएसआर विधि क्या है देखिए
पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।