पंजाब के कपास किसानों को CCI की खरीद शुरू न होने से MSP से कम दाम में फसल बेचने की मजबूरी है। कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने कहा कि केंद्र के वादे खोखले साबित हो रहे हैं। इस साल पंजाब में कपास का क्षेत्रफल 20% बढ़ा है। मंत्री ने CCI से तुरंत मंडियों में खरीद शुरू करने और किसानों का भरोसा बनाए रखने की मांग की है।
पंजाब के कपास किसानों को इस साल फसल का सही दाम नहीं मिल रहा है। राज्य में कपास की आमद मंडियों में शुरू हो गई है, लेकिन कॉटन कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (CCI) की खरीद शुरू न होने से किसान निजी व्यापारियों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से कम दाम पर बेचने को मजबूर हैं।
केंद्र के वादे पर उठाए सवाल
कृषि और किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने कहा कि केंद्र ने MSP ₹7,710 प्रति क्विंटल घोषित किया था, लेकिन खरीद न होने से किसान नाराज और निराश हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि केंद्र के वादे खोखले साबित हो रहे हैं।
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पंजाब में कपास का क्षेत्रफल बढ़ा
मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में फसल विविधिकरण को बढ़ावा देने के कारण इस साल पंजाब में कपास की खेती का क्षेत्रफल करीब 20% बढ़ा। 2024 में 99,000 हेक्टेयर में बोई गई कपास अब 1.19 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गई है। किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए हाइब्रिड बीज पर 33% सब्सिडी और अन्य सहूलियतें दी गई हैं।
CCI से तत्काल खरीद की मांग
खुड्डियां ने कहा कि किसानों ने MSP की गारंटी पर कपास बोने का जोखिम उठाया, लेकिन खरीद न होने से वे आर्थिक तंगी और कर्ज के कारण उपज कम दाम में बेचने को मजबूर हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर फसल का भी छोटा हिस्सा MSP से कम दाम पर बिका तो किसानों का भरोसा टूट जाएगा। उन्होंने कहा कि CCI की खरीद में देरी से उत्पन्न संकट का तुरंत समाधान होना चाहिए।
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पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।