सरकार ने बफर स्टॉक से 91,960 टन प्याज को रेल के माध्यम से प्रमुख उपभोग केंद्रों और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर भेजकर 35 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बेचकर कीमतों को स्थिर करने की योजना बनाई है। इसका उद्देश्य सब्जियों की कीमतों में उछाल को कम करना है, क्योंकि खुदरा बाजारों में प्याज की कीमतें 100 रुपये प्रति किलोग्राम के करीब पहुंच गई हैं।
लगातार बढ़ती खाद्य महँगाई के बीच केंद्र सरकार ने दिवाली से पहले प्याज की कीमतों को कम करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। सरकार बढ़ती प्याज़ की क़ीमतों की कम करने के लिए बफर स्टॉक से 91,960 टन प्याज को रेल के माध्यम से प्रमुख उपभोग केंद्रों और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर भेजकर 35 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बेचने का निर्णय लिया है।
उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने घोषणा की कि ‘कांदा एक्सप्रेस’ (Kanda Express) नाम की विशेष ट्रेन महाराष्ट्र के लासलगांव रेलवे स्टेशन से रवाना होगी और 20 अक्टूबर को दिल्ली के किशनगंज रेलवे स्टेशन पर पहुंचेगी।
मिल रहा था 100 रुपये प्रति किलोग्राम प्याज़
आपको बता दें कि कई बड़े उपभोक्ता केंद्रों में खुदरा बाजार में प्याज की कीमतें 100 रुपये प्रति किलोग्राम के करीब पहुंच गई हैं, जिससे सरकार को पिछले महीने से खुदरा बाजार में अपने स्टॉक से 35 रुपये प्रति किलो की सब्सिडी वाली कीमत पर प्याज बेचना पड़ा है।
सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि खाद्य पदार्थों की कीमतें अगस्त में 3.26% से बढ़कर सितंबर में 9.47% हो गईं, जबकि सब्जियों की कीमतों में अगस्त में 10% की गिरावट की तुलना में 48.7% की वृद्धि हुई।
पहली बार हो रहा रेलवे का इस्तेमाल
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक़ दिवाली से पहले प्याज की कीमतों पर लगाम लगाने के इरादे से सरकार ने अपने बफर स्टॉक से प्याज को देश भर के बाजारों में पहुंचाने का फैसला किया है। पहली बार सरकार रेलवे रैक के जरिए रसोई की जरूरी चीजों को प्रमुख खपत केंद्रों और राज्यों तक पहुंचाएगी। यह ज़ेप्टो जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म , रिलायंस रिटेल और सफल जैसे निजी खुदरा स्टोर के जरिए भी प्याज बेचेगी । सरकार केंद्रीय भंडारों और मोबाइल वैन के जरिए भी खुदरा बाजार में प्याज बेचेगी।
लखनऊ, वाराणसी और पूर्वोत्तर राज्यों में भी भेजी जाएगी प्याज़
प्याज की खेप 20 अक्टूबर, 2024 तक दिल्ली एनसीआर में पहुंचने वाली है और इस त्योहारी सीजन के दौरान उपभोक्ताओं के लिए उपलब्धता बढ़ाने के लिए स्टॉक को थोक बाजार (सभी मंडियों में) में जारी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों में लखनऊ, वाराणसी और पूर्वोत्तर राज्यों को रेल रेक द्वारा शिपमेंट निर्धारित किया जाएगा।
टमाटर पर भी सरकार की नज़र
रिपोर्ट्स के मुताबिक़ उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने कहा कि सरकार टमाटर की कीमतों पर भी कड़ी निगरानी रख रही है । उन्होंने कहा कि कर्नाटक में अत्यधिक बारिश के कारण टमाटर की फसल को नुकसान पहुंचा है, जो टमाटर की आवक में 40% योगदान देता है। हालांकि, महाराष्ट्र में कटाई शुरू होने के साथ ही कीमतों में गिरावट आने की उम्मीद है।
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