उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों को फायदा पहुँचाने के लिए NSI कानपुर और UPCSR शाहजहाँपुर के बीच समझौता हुआ है। NSI अपनी 52 एकड़ भूमि पर उच्च गुणवत्ता वाले ब्रीडर सीड गन्ने का उत्पादन करेगा और UPCSR तकनीकी सहयोग व प्रशिक्षण देगा। इस पहल से हर साल किसानों को लगभग 15,000 अतिरिक्त ब्रीडर सीड गन्ना मिलेगा, जिससे उत्पादकता और किसानों की आय बढ़ेगी।
उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। राज्य में नई और उच्च उत्पादक गन्ना प्रजातियों के बीज की उपलब्धता बढ़ाने के लिए आज राष्ट्रीय शर्करा संस्थान (NSI), कानपुर और उत्तर प्रदेश गन्ना अनुसंधान परिषद (UPCSR), शाहजहाँपुर के बीच समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। यह कदम गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री के मार्गदर्शन में उठाया गया, जिसमें अपर मुख्य सचिव और गन्ना आयुक्त भी मौजूद रहे।
52 एकड़ भूमि पर ब्रीडर सीड का होगा उत्पादन
इस साझेदारी के तहत NSI अपनी 52 एकड़ भूमि पर उच्च गुणवत्ता वाले ब्रीडर सीड गन्ने का उत्पादन करेगा। वहीं, UPCSR NSI को बीज, तकनीकी मार्गदर्शन और प्रशिक्षण प्रदान करेगा। खास बात यह है कि NSI द्वारा तैयार किए गए ब्रीडर सीड गन्ने को गन्ना आयुक्त के निर्देश पर सीधे किसानों तक पहुँचाया जाएगा।
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गन्ने की पैदावार बढ़ेगी
इस पहल से किसानों को हर साल करीब 15,000 अतिरिक्त ब्रीडर सीड गन्ने की उपलब्धता होगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इस सहयोग से गन्ने की पैदावार बढ़ेगी, किसानों की आय में वृद्धि होगी और उत्तर प्रदेश का चीनी उद्योग और अधिक स्थिर बनेगा।
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पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।