प्रधानमंत्री मोदी ने नवरात्र के अवसर पर नई जीएसटी सुधार लागू करने की घोषणा की, जिसमें सिर्फ 5% और 18% स्लैब रहेंगे। इससे रोजमर्रा की चीजें सस्ती होंगी और गरीब, मध्यम वर्ग, किसान और व्यापारी सभी को सीधा लाभ मिलेगा। इन बदलावों से हर साल देशवासियों की ढाई लाख करोड़ रुपये तक की बचत होने का अनुमान है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को नवरात्र की शुभकामनाएँ दीं और इसके साथ ही नई पीढ़ी के जीएसटी सुधार लागू करने की घोषणा की। उन्होंने इसे “जीएसटी बचत उत्सव” का नाम देते हुए कहा कि अब आम जनता की जेब में अधिक बचत होगी और त्योहारों का मौसम सबके लिए खुशियों से भर जाएगा।
जीएसटी बचत महोत्सव की शुरुआत
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि नवरात्र के पहले दिन सूर्योदय से ही नया जीएसटी सिस्टम लागू होगा, जिससे गरीब, मध्यम वर्ग, किसान, महिलाएँ, व्यापारी और उद्यमी सभी को सीधा लाभ मिलेगा। उनका कहना था कि अब आम लोगों के लिए जरूरी चीजें खरीदना और भी आसान हो जाएगा।
वन नेशन, वन टैक्स का सपना पूरा
प्रधानमंत्री ने याद दिलाया कि 2014 से पहले टैक्स और टोल के जंजाल ने व्यापार को कठिन बना दिया था। अलग-अलग राज्यों के टैक्स और चेक पोस्ट की दिक्कतों से कंपनियाँ परेशान रहती थीं। उन्होंने कहा, “आज राज्यों को साथ लेकर हमने दर्जनों टैक्स की जगह एक व्यवस्था बनाई है। वन नेशन, वन टैक्स का सपना साकार हो चुका है।”
जीएसटी में बड़े बदलाव
मोदी ने बताया कि अब केवल 5% और 18% टैक्स स्लैब ही रहेंगे। रोजमर्रा की चीजें जैसे दवाइयाँ, खाद्य सामग्री, टूथपेस्ट, बीमा आदि या तो शून्य टैक्स पर होंगी या 5% स्लैब में। पहले 12% टैक्स वाली अधिकांश वस्तुओं को भी अब 5% पर लाया गया है। इससे घर बनाना, वाहन खरीदना, यात्रा और होटल ठहराव सब सस्ते हो जाएंगे।
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जनता को सीधा फायदा
पीएम मोदी ने कहा कि आयकर और जीएसटी में रियायतों से देशवासियों को हर साल ढाई लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की बचत होगी। इससे गरीब और मध्यम वर्ग के लिए अपने सपनों को पूरा करना आसान होगा। उन्होंने बताया कि पिछले 11 सालों में 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठे हैं और आज “नियो मिडिल क्लास” भारत की प्रगति में अहम भूमिका निभा रहा है।
एमएसएमई और स्वदेशी को बढ़ावा
प्रधानमंत्री ने लघु, कुटीर और सूक्ष्म उद्योगों को नए सुधारों का बड़ा लाभ मिलने की बात कही। इससे उनकी बिक्री बढ़ेगी और टैक्स का बोझ कम होगा। उन्होंने देशवासियों से अपील की कि वे स्वदेशी उत्पाद अपनाएँ और आत्मनिर्भर भारत को मजबूत बनाएँ।
विकसित भारत की ओर कदम
मोदी ने राज्यों से भी आग्रह किया कि वे निवेश और उत्पादन को बढ़ावा दें। उनका कहना था कि केंद्र और राज्य मिलकर काम करेंगे तो “विकसित भारत” का सपना जल्द पूरा होगा। अंत में उन्होंने नवरात्र और जीएसटी बचत उत्सव की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि यह सुधार भारत की विकास यात्रा को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगा।
ये देखें –
पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।