प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि भारत ने इस साल 357 मिलियन टन खाद्यान्न उत्पादन कर एक नया रिकॉर्ड बनाया है। पिछले 10 सालों में उत्पादन में 100 मिलियन टन की वृद्धि हुई है। उन्होंने कोयंबटूर में प्राकृतिक खेती प्रदर्शनी में युवाओं द्वारा अपनाई जा रही नेचुरल फार्मिंग की सराहना की। इस सम्मेलन का उद्देश्य रासायनिक रहित खेती, टिकाऊ मॉडल और किसानों को बाज़ार से जोड़ना था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि भारत ने कृषि क्षेत्र में एक बड़ा रिकॉर्ड बनाया है। देश ने साल 2025 में 357 मिलियन टन खाद्यान्न उत्पादन किया है, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है।’Mann Ki Baat’ कार्यक्रम के 128वें एपिसोड में पीएम मोदी ने बताया कि पिछले 10 सालों में भारत के खाद्यान्न उत्पादन में 100 मिलियन टन की बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने इसे आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम बताया।
प्राकृतिक खेती की तारीफ
पीएम मोदी ने कोयंबटूर में आयोजित नेचुरल फार्मिंग प्रदर्शनी को याद करते हुए कहा कि दक्षिण भारत में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए बहुत अच्छा काम हो रहा है। उन्होंने कहा, “आज कई युवा और पढ़े-लिखे लोग प्राकृतिक खेती अपना रहे हैं, यह बहुत प्रेरणादायक है।”
कोयंबटूर में कार्यक्रम और किसानों से मुलाकात
प्रधानमंत्री मोदी 19 नवंबर को तमिलनाडु पहुंचे थे, जहाँ उन्होंने पीएम किसान सम्मान निधि की 21वीं किश्त जारी की, प्राकृतिक खेती प्रदर्शनी का उद्घाटन किया और किसानों से बातचीत की और उनके उत्पाद देखे। उनके साथ तमिलनाडु के राज्यपाल आर.एन. रवि भी मौजूद थे।
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प्राकृतिक खेती सम्मेलन का उद्देश्य
19 से 21 नवंबर तक आयोजित “South India Natural Farming Summit 2025” का उद्देश्य था।
- रासायनिक रहित खेती को बढ़ावा देना
- टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल खेती को आगे बढ़ाना
- किसान संगठनों और ग्रामीण उद्यमियों के लिए मार्केट जोड़ना
- जैविक खेती, प्रोसेसिंग और प्राकृतिक इनपुट्स में नवाचार दिखाना
भारत कृषि के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। रिकॉर्ड उत्पादन और प्राकृतिक खेती की दिशा में बढ़ते कदम यह दिखाते हैं कि देश मजबूत और आत्मनिर्भर कृषि व्यवस्था की तरफ बढ़ रहा है।
ये देखें –
पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।