सरकारी खरीद एजेंसी नैफेड ने चालू रबी विपणन सत्र में 20 अप्रैल तक 5950 रुपये प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) दर से 1.79 लाख टन से अधिक सरसों खरीदी है। इस खरीद का बड़ा हिस्सा हरियाणा में किया गया है, जहां नैफेड ने 1.61 लाख टन से अधिक सरसों खरीदी है। कई उत्पादक राज्यों में अब भी सरसों की खरीद चल रही है।
आंकड़ों के मुताबिक मध्य प्रदेश में 11,743 टन से अधिक सरसों एमएसपी पर खरीदी गई है, जबकि सबसे बड़े उत्पादक राज्य राजस्थान में मात्रा 5,893 टन की ही खरीदी की गई। इसके अलावा असम में नैफेड ने लगभग 1044 टन और उत्तर प्रदेश में लगभग 16.3 टन सरसों खरीदी है।रिपोर्ट के मुताबिक़ कई उत्पादक राज्यों में एमएसपी पर खरीद अभी भी जारी है।
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28.28 लाख टन सरसों का खरीद लक्ष्य
सरकार ने रबी विपणन सीजन 2025 के लिए 28.28 लाख टन सरसों की खरीद का लक्ष्य रखा है। दूसरे अग्रिम अनुमानों के अनुसार, 2024-25 के लिए सरसों का उत्पादन पिछले वर्ष के 132.59 लाख टन की तुलना में लगभग 3 प्रतिशत कम 128.73 लाख टन देखा जा रहा है।
सोयाबीन और मूंगफली की भी खरीद
नैफेड ने खरीफ 2024 मूल्य समर्थन योजना के तहत 6783 रुपये प्रति क्विंटल के एमएसपी पर 14.43 लाख टन मूंगफली भी खरीदी है। गुजरात में 9.22 लाख टन से अधिक मूंगफली की खरीद की गई है, जबकि राजस्थान में खरीद की मात्रा 4.38 लाख टन से अधिक थी। वहीं सोयाबीन की बात करें तो, खरीफ 2024 विपणन सत्र के दौरान, नैफेड ने 4892 रुपये प्रति क्विंटल के एमएसपी पर 14.71 लाख टन सोयाबीन की खरीद की है। खरीद का बड़ा हिस्सा महाराष्ट्र में 8.36 लाख टन था, जबकि मध्य प्रदेश में यह 3.88 लाख टन था।
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पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।