तीन दिनों तक चले लखनऊ आम महोत्सव का समापन हो गया है। योगी और मोदी आम इस बार आकर्षण का केंद्र रहे। आम महोत्सव के आखिरी दिन आमों ली लूट मच गई। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तीन दिनों तक चले आम महोत्सव 2025 में 800 वैरायटी के आमों की मिठास और खुशबू ने सभी का दिल जीत लिया। 8 सालों से आयोजित हो रहे आम महोत्सव में इस बार आमों की सर्वाधिक प्रदर्शनी करने का अवॉर्ड एससी शुक्ला को दिया गया। उन्होंने 121 आम की अलग-अलग प्रजातियों का प्रदर्शन कर महोत्सव का आकर्षण बढ़ाया। इनमें 21 प्रजातियां ऐसी थीं, जो देसी थीं और विलुप्त हो रही हैं। जिसके कारण उन्हें उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने उद्यान रत्न से सम्मानित किया।

किस कटेगरी में किसको मिला अवॉर्ड?
आम उत्पादकों, किसानों और बागवानी से जुड़े 67 विजेताओं को 19 श्रेणियों में कुल 151 अवॉर्ड दिए गए। सबसे ज्यादा 21 पुरस्कार मलिहाबाद के किसान अब्दुल सलीम को मिला, जबकि मलिहाबाद के ही इकबाल अहमद को 15 अवॉर्ड मिले। एससी शुक्ला को 11 पुरस्कार मिले। वहीं 121 प्रजातियों की प्रदर्शन के लिए एससी शुक्ला को प्रथम, 72 प्रजातियों के लिए पद्मश्री हाजी कलीमुल्ला खान को दूसरा और 63 प्रजातियों के लिए अवध आम उत्पादक और बागवानी समिति को थर्ड अवॉर्ड मिला है।

चर्चा में योगी और मोदी आम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीनों दिनों तक चले आम महोत्सव का उद्घाटन किया। इस बार प्रदर्शन में उनके नाम के आम आकर्षण का केंद्र बना रहा। महोत्सव में योगी और मोदी आम की बहुत चर्चा रही। महोत्सव में प्रदर्शित प्रजातियों में 5 ग्राम के मोती दाना से लेकर 4 किलोग्राम के आम की सैकड़ों किस्में प्रदर्शित की गईं।

महिलाबाद के किसान उपेंद्र कुशवाहा को ‘मोदी मैंगो’ का ट्रेडमार्क मिल चुका है। उन्होंने न्यूज़ पोटली से बातचीत में उन्होंने कहा,
“इसको हम इस महोत्सव में इसलिए लेकर आए हैं, हमको भारत सरकार ने सर्टिफिकेट दे दिया है। अब ये आम आपके नाम पर रजिस्टर्ड आम हो गया है। ये आपके नाम पेटेंट हो गया है। इसको ना कोई और इस्तेमाल कर सकता है ना ही कोई बेच सकता है।“
उद्यान मंत्री ने क्या कहा?
उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने कहा, “एक एकड़ खेत में गेहूं उगाकर किसान सिर्फ 40 हजार रुपये तक ही कमा सकता है। वहीं एक एकड़ में उद्यान विभाग 15 लाख रुपये की शिमला मिर्च तैयार करता है। इस बार जिन किसानों ने आम में पेपरबैग लगाया और जिन्होंने नहीं लगाया वो इसका फर्क अच्छी तरह से जानते हैं। इसलिए नई तकनीक अपनाकर किसानों के लिए आम का उत्पादन बढ़ाना बहुत जरूरी है।
बड़ी तादाद में देशभर से लोग इस आम महोत्सव में आए। लखनऊ की एलिना मौर्या महोत्सव में बहुत उत्साहित दिखीं।
“मैं जो कुछ भी टीवी भी देकती थी, वो आज मेरी आंखों के सामने है। आम की मल्लिका वैरायटी मुझे बहुत बढ़िया लगी। इसका नाम बहुत ही अलग है। ये देखने में भी बहुत सुंदर है। मुझे उम्मीद है कि इसका टेस्ट भी अच्छा होगा।“
“वहां पर जो आम की वैरायटी है। उसकी खुशबू बहुत अच्छी है। यहां पत्थर आम बहुत बहुत ही अलग लगा”
-अर्थांस मौर्या
महोत्सव में आखिरी दिन अव्यवस्था भी नजर आई। आमों की लूट का वीडियो भी सामने आया है, जो अब सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रहा है।
इस वीडियो में लोगों को डिस्पले पर रखे गए आमों को लूटते हुए देखा जा सकता है। ये कुछ ही सेकेंड में आम से भरी टेबलें खाली हो गईं। आमों की लूट में क्या महिलाएं, क्या बच्चे और क्या बुजुर्ग, जिसे जहां मौका मिला, जैसे मौका मिला वैसे ही आम लूट लिया। आम लूटने में कोई भी पीछे नहीं रहा। बता दें कि आम महोत्सव का आयोजन लखनऊ के अवध शिल्पग्राम में 4 जुलाई से 6 जुलाई के बीच किया गया था।