कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि विकसित कृषि संकल्प अभियान से हमें भी काफी कुछ सीखने को मिला है। अब इन सबक के आधार पर आगे काम होगा। उन्होंने कहा कि अनिवार्य रूप से कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक सप्ताह में तीन दिन खेतों में जाएंगे और किसानों से संवाद करेंगे।
विकसित कृषि संकल्प अभियान के पूरा होते ही आज बुधवार को कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसे लेकर प्रेस कांफ्रेंस की। उन्होंने इस अभियान को सफल बताया। उन्होंने कहा कि सिर्फ दिल्ली में बैठक किसानों के लिए शोध व प्लानिंग नहीं की जा सकती है। इसके लिए जमीन पर उतरना होगा और किसानों से संवाद करना होगा। कई किसान खुद भी बेहतरीन शोध कर रहे हैं, उन्हें बढ़ावा देने की जरूरत है। मंत्री ने कहा कि इस अभियान से हमें भी काफी कुछ सीखने को मिला।अब इन सीख के आधार पर आगे काम होगा।
किसानों से लगातार संपर्क बनाए रखने के लिए चौहान ने कृषि विज्ञान केंद्रों को पहले के मुकाबले ज्यादा एक्टिव रहने को कहा है। उन्होंने कहा कि ज्ञान, अनुसंधान और क्षमताओं के गैप को पाटने की कोशिश करेंगे। मंत्री ने हर जिले में कृषि विज्ञान केंद्रों को एक टीम के रूप में नोडल एजेंसी बनाने की भी बात कही।
आईसीएआर की तरफ से नोडल अफसर तय होगा
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर समन्वय करने के लिए किसानों के लिए काम करने वाले जितने विभाग हैं, उनका एकसाथ काम करना जरूरी है। इसके अलावा राज्यवार कृषि के लिए आईसीएआर की तरफ से नोडल अफसर तय होगा। जो वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ संबंधित राज्यों की समस्याओं को दूर करने की कोशिश करेगा। अफसरों को भी कहा है कि वह खुद फील्ड पर जाएं और किसानों से संवाद करें।
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पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।