बेहतर फसल उत्पादन के लिए खेत की तैयारी, बीज की गुणवत्ता, सिंचाई के साथ-साथ उर्वरक की सही मात्रा में इस्तेमाल बहुत ज़रूरी है। यूरिया एक महत्वपूर्ण खाद है जो मिट्टी को उपजाऊ बनाकर पैदावार बढ़ाने में मदद करता है। ये खेत की मिट्टी के लिए नाइट्रोजन का मुख्य स्रोत है। इसलिए किसान इसका प्रयोग करते हैं। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में इसका अंधाधुंध प्रयोग बढ़ा है, जिससे किसानों की खेती की लागत तो बढ़ी ही है साथ ही अत्यधिक इस्तेमाल से खेत की मिट्टी के साथ ही पर्यावरण को भी नुकसान हो रहा है।
पहले खेत की मिट्टी में नाइट्रोजन की सही मात्रा जानने का कोई आसान तरीका नहीं था, लेकिन अब हाई-टेक नाइट्रोजन एनालाइज़र आ गए हैं, जो 6-10 मिनट में सटीक रिजल्ट देते हैं। किसान ये टेस्ट जिले या तहसील स्तर की सोइल टेस्टिंग लैब में करवा सकते हैं, जहां नाइट्रोजन समेत 12 तरह की जांच सिर्फ ₹28 से ₹125 में की जाती है।
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वीडियो में देखिए रायबरेली की सरकारी सॉइल टेस्ट लैब और जानिए नाइट्रोजन जांच की पूरी प्रक्रिया-
खेत की मिट्टी का Nitrogen Test करने का जानिए ये आसान तरीका
