कृषि विभाग ने खरीफ फसलों (ग्रीष्मकालीन) के तहत क्षेत्र कवरेज की प्रगति जारी की है। जिसके मुताबिक 20 जून तक खरीफ धान की बुवाई 58% बढ़कर 1.3 मिलियन हेक्टेयर हो गई है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, चालू खरीफ सीजन में अब तक धान की बुवाई 58 प्रतिशत बढ़कर 13.22 लाख हेक्टेयर हो चुकी है।जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में धान की बुवाई 8.37 लाख हेक्टेयर में हुई थी।
सोमवार को एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि कृषि विभाग ने 20 जून, 2025 तक खरीफ फसलों (ग्रीष्मकालीन) के तहत क्षेत्र कवरेज की प्रगति जारी की है। इसके मुताबिक दालों का रकबा 6.63 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 9.44 लाख हेक्टेयर हो गया है।वहीं श्री अन्ना यानी मोटे अनाज की बुवाई पिछले वर्ष की समान अवधि के 14.77 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 18.03 लाख हेक्टेयर हो गई।
तिलहन का रकबा घटा
गैर-खाद्यान्न श्रेणी में तिलहन का रकबा पिछले वर्ष की समान अवधि के 5.89 लाख हेक्टेयर से घटकर 5.38 लाख टन रह गया।
वहीं गन्ने की बुवाई भी अब तक 55.07 लाख हेक्टेयर में हुई है, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में 54.88 लाख हेक्टेयर में बुवाई हुई थी।
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कपास का रकबा बढ़ा
कपास का रकबा पिछले वर्ष के 29.12 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 31.25 लाख हेक्टेयर हो गया। सभी खरीफ फसलों का कुल बुवाई क्षेत्र 20 जून 2025 तक बढ़कर 137.84 लाख हेक्टेयर हो गया है, जो एक वर्ष पहले 124.88 लाख हेक्टेयर था।
दक्षिण-पश्चिम मानसून अब कुछ समय के ठहराव के बाद वापस पटरी पर आ गया है और भारत के अधिकांश क्षेत्रों में बारिश की गतिविधियां बढ़ रही हैं। आईएमडी ने इस साल कुल मिलाकर मानसून के सामान्य से बेहतर रहने का अनुमान लगाया है।
ये देखें –
पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।