ISMA ने गन्ना उत्पादकता बढ़ाने के लिए लॉन्च किया AI नेटवर्क

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भारतीय चीनी एवं जैव-ऊर्जा निर्माता संघ (ISMA) ने महाराष्ट्र के बारामती स्थित कृषि विकास ट्रस्ट (ADT) के साथ साझेदारी में राष्ट्रीय AI-ML नेटवर्क कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की। ISMA ने कहा कि यह पहल गन्ने की उत्पादकता, गुणवत्ता, स्थिरता और किसानों की आय में उल्लेखनीय वृद्धि के लिए AI की शक्ति का लाभ उठाएगी।

ISMA ने एक बयान में कहा कि ज़्यादा पैदावार और संसाधनों के बेहतर इस्तेमाल से न सिर्फ़ चीनी की रिकवरी बेहतर होगी, बल्कि कृषि लाभप्रदता भी सीधे तौर पर बढ़ेगी। ISMA ने यह भी बताया कि उसने ADT और पुणे स्थित कृषि-तकनीक सेवा प्रदाता Map My Crop (MMC) के साथ एक समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए हैं।

ISMA ने कहा कि ADT ने 2024 में “गन्ना फसल खेती प्रथाओं में क्रांतिकारी सुधार के लिए एआई, कंप्यूटर विज़न और मशीन लर्निंग का अनुप्रयोग” नामक एक परियोजना के लिए ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और माइक्रोसॉफ्ट के साथ सहयोग किया था, जिसके माध्यम से 1,000 से अधिक किसानों को मशीन लर्निंग और कंप्यूटर विज़न टूल्स सहित एआई-संचालित समाधानों से सशक्त बनाया गया, ताकि वे अपनी गन्ना खेती प्रथाओं को बेहतर बना सकें।

बेहतर निर्णय लेने में मदद करें
ISMA ने दावा किया कि इस पहल से फसल की पैदावार में 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, श्रम लागत में 35 प्रतिशत की कमी आई है, पानी के उपयोग में 30 प्रतिशत की बचत हुई है, और कटाई की दक्षता में 35 प्रतिशत सुधार देखा गया है। कहा कि एडीटी की परियोजना से इनपुट लागत और समग्र लागत में उल्लेखनीय कमी आई है, और सटीक खेती के माध्यम से ग्रीनहाउस गैस (GHG) उत्सर्जन में भी कमी आई है।

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गन्ना उत्पादकता को 100 टन प्रति हेक्टेयर से अधिक बढ़ाने मिलेगी मदद

ISMA ने उच्च उपज देने वाली किस्मों को बढ़ावा देने के लिए ICAR के गन्ना अनुसंधान संस्थानों के साथ अपनी पिछली साझेदारी को याद करते हुए कहा, “यह नई डिजिटल पहल औसत गन्ना उत्पादकता को 100 टन प्रति हेक्टेयर से अधिक और चीनी रिकवरी को 11 प्रतिशत या उससे अधिक तक बढ़ाने की तत्काल आवश्यकता को पहचानने की नींव पर बनी है।”

ISMA के महानिदेशक दीपक बल्लानी के मुताबिक यह प्रौद्योगिकी-समर्थित नेटवर्क किसानों को बेहतर निर्णय लेने, कम संसाधनों का उपयोग करने और प्रति एकड़ बेहतर लाभ प्राप्त करने में मदद करेगा। तीव्र गति से अपनाने को बढ़ावा देने के लिए क्षेत्रीय प्रदर्शन और क्षमता निर्माण सत्रों की योजना बनाई गई है।

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Pooja Rai

पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।

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