आलू एक ऐसी सब्ज़ी है जिसे समाज के हर वर्ग के लोग पसंद करते हैं और सस्ता होने की वजह से इसको पाना भी आसान है, इसे पकाना भी आसान है। सब्ज़ी, समोसा से लेकर फ्रेंच फ्राइज़ तक, आलू का उपयोग कई तरह के व्यंजन बनाने में किया जाता है।
दिसंबर 2023 में, महासभा ने घोषणा की कि हर वर्ष 30 मई को दुनिया भर में मुख्य भोजन के रूप में आलू के पोषण मूल्य और महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय आलू दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इसलिए 30 मई, वर्ष 2024 यानी आज पहला अंतर्राष्ट्रीय आलू दिवस के रूप में मनाया जा रहा है और इस वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय आलू दिवस का विषय है – हार्वेस्टिंग डायवर्सिटी, फीडिंग होप।
आज संयुक्त राष्ट्र ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर लिखा है, ”आलू एक जलवायु-अनुकूल फसल भी है, क्योंकि यह अन्य फसलों की तुलना में कम स्तर का ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन पैदा करता है।”
आम क्यों है आलू?
आलू आम इसलिए है क्योंकि इसे सभी वर्गों के लोग आसानी से पा सकते हैं या इसलिए भी क्योंकि इसे सभी अन्य सब्ज़ियों के साथ मिलाकर बनाया जा सकता है और आम इसलिए भी क्योंकि जहां पर प्राकृतिक संसाधन, विशेष रूप से कृषि योग्य भूमि और पानी सीमित हैं और खेती के लागत मूल्य महँगे हैं, वहाँ पर आलू की खेती आसानी से हो जाती है।इसका फसल विभिन्न परिस्थितियों में भी बढ़ने की क्षमता रखता है, इसलिए ये एक लाभकारी फसल माना जाता है।
आलू ख़ास क्यों है?
आलू ख़ास इसलिए है क्योंकि ये विश्व भर में खाद्य सुरक्षा को पूरा करने और कुपोषण को कम करने में सहयोगी माना जाता है। आलू की खेती में ज़्यादा लागत मूल्य नहीं लगता और आमदनी अच्छी हो जाती है, इसलिए ये किसानों के लिये ख़ास हो जाता है क्योंकि ये किसानों को आर्थिक रूप से मज़बूत करता है।सब्ज़ी तो हर वर्ग के लोग खाते ही है लेकिन ये आलू अमीरों के लिये इसलिए ख़ास हो जाता है क्योंकि दुनिया भर में आलू के सबसे पसंदीदा व्यंजनों में से एक फ़्रेंच फ्राइज़ और फ्रिटर्स है, जिसे ज़्यादा तर अमीर लोग ही खाते हैं। और ख़ास इसलिए भी है क्योंकि इसमें पोटैशियम, विटामिन सी और विटामिन बी 9 जैसे पोषक तत्व पाए जाते है, जो हमारे शरीर की विकास में अहम भूमिका निभाते हैं।